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मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान : नारायणपुर में कुपोषण दर में 12 प्रतिशत से ज्यादा की आई कमी,गरम खाना मिलने से हो रहा सुधार

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नारायणपुर: जिले में संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान (Chief Minister Nutrition Campaign) को अच्छा प्रतिक्रिया मिल रहा है। इसके बेहतर क्रियान्वयन के फलस्वरूप नारायणपुर जिले में कुपोषण दर में कमी देखने को मिल रही है। जिले में 2 अक्टूबर 2019 को मुख्यंमंत्री सुपोषण अभियान के शुरूआत हुई थी, उस समय वजन त्योहार साल 2019 में कुल 13 हजार 139 बच्चों में से 4165 बच्चे कुपोषित बच्चे थे, जिनका प्रतिशत 31.70 था।





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मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान लागू होने के फलस्वरूप अगस्त-2020 में आयोजित वजन त्योहार में कुल 13 हजार 561 बच्चो में से कुपोषित बच्चों की संख्या 2615 रही, जिसका प्रतिशत 19.28 है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान कार्यक्रम के तहत 1550 बच्चे कुपोषण से बाहर आए है। साथ ही कुपोषण के प्रतिशत में 12.42 प्रतिशत की कमी आई है। कुपोषण में आई यह कमी जिले में इस योजना के बेहतर क्रियान्वयन को प्रदर्शित करता है।





वनांचल क्षेत्रों के बच्चें ज्यादा होते है कुपोषण के शिकार





वनांचल होने के कारण प्रदेश के अन्य जिलों के मुकाबले यहां के लोगों में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता कम होने के कारण कम वजन के बच्चों का जन्म के बाद कुपोषण चक्र एक सामान्य प्रवृति है। जिले में बच्चों, किशोरी बालिका, गर्भवती और शिशुवती माताओं में एनीमिया, कम बी.एम.आई. (बॉडी मास्क इंडेक्स) और पोषण स्तर में कमी पाई जाती है।





इनको मिल रहा हैं सुपोषण अभियान का लाभ





सुपोषण अभियान (Chief Minister Nutrition Campaign) अंतर्गत 6 महीने से 3 साल के कुपोषित बच्चे, 15 साल से 49 साल के एनीमिया पीड़ित महिलाएं, गर्भवती और शिशुवती माताओं को लाभान्वित किया जा रहा है।





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मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत चिन्हाकित हितग्राही जो 6 महीने से 3 साल के कुपोषित बच्चों, शिशुवती महिलाओं और 15 से 49 साल की एनीमिया पीड़ित/कमजोर महिलाएं हैं, उन्हें हफ्ते में 6 दिन गर्म पका खाना जिले में संचालित 556 आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से दिया जा रहा है। बता दें कि अभी तक 24 हजार 611 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है।





जिला कार्यक्रम अधिकारी रविकांत ध्रुर्वे ने दी जानकारी





जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास रविकांत ध्रुर्वे (District Program Officer Ravikant Dhurve) ने बताया कि कलेक्टर अभिजीत सिंह के कुशल मार्गदर्शन में कोविड-19 महमारी के दौरान जब आंगनबाड़ी केन्द्र बंद थे और लॉकडाउन लागू हो गया था उस समय भी 20 हजार 179 चिन्हांकित हितग्राहियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से घरों में पहुंचाकर सूखा राशन का वितरण किया गया।





मंगलवार और शुक्रवार को दिया जाता है 1 उबला अंडा





मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं, 06 महीने से 03 साल के कुपोषित बच्चों सहित आंगनबाड़ी में आने वाले 03 से 06 साल के सभी बच्चें और 15 से 49 साल की एनीमिक, कमजोर महिलाओं को हफ्ते में 02 दिन यानी मंगलवार और शुक्रवार को 1 उबला अंडा दिया जा रहा है।





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अब तक 15 हजार 881 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है। इसके अलावा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं,6 महीने से 3 साल के कुपोषित बच्चों सहित आंगनबाड़ी में आने वाले 3 से 6 साल के सभी बच्चों और एनीमिक, कमजोर महिलाओं को हफ्ते में 02 दिन मूंगफल्ली और चिक्की दिया जा रहा है। अब तक 16 हजार 917 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है।


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