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देशभर के EMRS प्राचार्यों की प्रतिभाओं और नेतृत्व कौशल को सशक्त बनाने के लिए NESTS ने आयोजित की 2nd EMRS प्राचारकों की राष्ट्रीय सम्मेलन

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राष्ट्रीय आदिवासी छात्रों के लिए शिक्षा समाज (NESTS) ने 16–17 दिसंबर 2025 को डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में "2nd EMRS प्राचारक सम्मेलन ऑन स्कूल्स के प्रभावी प्रबंधन" का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर के एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल (EMRS) के प्राचार्य और प्राचार्य-इन्-चार्ज शामिल हुए। सम्मेलन का उद्देश्य रेजिडेंशियल स्कूलों में शैक्षणिक नेतृत्व, प्रशासनिक प्रणालियों और संस्थागत प्रशासन को सुदृढ़ करना था।

सम्मेलन का उद्घाटन आदिवासी मामलों के मंत्री जुयल ओराम ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। आदिवासी मामलों के राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके, वरिष्ठ अधिकारी और NESTS के अधिकारी भी उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र में NESTS के अतिरिक्त आयुक्त ने सम्मेलन के उद्देश्यों को साझा किया और EMRS के प्राचार्यों की भूमिका को रेखांकित किया।

दिन 1 के मुख्य आकर्षण:

पहले दिन शैक्षणिक सुधारों, नेतृत्व विकास और संस्थागत प्रशासन पर केंद्रित सत्र आयोजित किए गए। मुख्य सत्रों में शामिल थे:

  • CBSE के “दो परीक्षा प्रणाली” पर डॉ. सन्मय भारद्वाज द्वारा विवरण।

  • रेजिडेंशियल स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर जितेन्द्र नागपाल द्वारा मार्गदर्शन।

  • भवनों के रखरखाव और निर्माण एजेंसियों से हेरिटेज लेना पर ए.डी.पी. केशरी और प्रमोद अग्रवाल द्वारा प्रशिक्षण।

  • प्राचार्यों के नेतृत्व गुण और स्कूल संस्कृति निर्माण पर मनोज कुमार श्रीवास्तव।

  • अल्पसंख्यक और वंचित छात्रों के सशक्तिकरण पर डॉ. संजीव कौर, CEO, Teach India Foundation।

  • APAR ऑनलाइन पोर्टल का डेमोंस्ट्रेशन जी. अरुमुगम द्वारा।

दिन 2 के मुख्य आकर्षण:

दूसरे दिन प्रशासनिक दक्षता, शैक्षणिक नेतृत्व, छात्र कल्याण, स्वास्थ्य जागरूकता, सह-पाठ्यक्रम गतिविधियां और वित्तीय प्रशासन पर ध्यान केंद्रित किया गया। प्रमुख सत्र थे:

  • HR मुद्दे और प्रोबेशन क्लियरेंस – जी. अरुमुगम (NESTS)

  • NCC इकाइयों की स्थापना – कर्नल विवेक शुक्ला, NCC

  • प्रभावी पाठ योजना –  हिमांशु चौरसिया और आदित्य दुबे (COGRAD, NVS)

  • सेकेंडरी शिक्षा में गुणवत्ता संवर्धन –  प्रमीला मनोहरन (UNICEF)

  • सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों का विकास – स्काउट्स और गाइड्स यूनिट्स, कौशल केंद्र और कौशलाय प्रोग्राम।

  • वित्तीय और प्रशासनिक क्षमता निर्माण – NPS और GeM प्रक्रियाओं पर मार्गदर्शन।

  • छात्र कल्याण – सिक्ल सेल रोग, वित्तीय साक्षरता और साइबर सुरक्षा पर सत्र।

सम्मेलन के अंतिम सत्र में खुली चर्चा आयोजित की गई, जिसमें प्राचार्यों ने अनुभव साझा किए और व्यावहारिक सिफारिशें दीं।

सम्मेलन का परिणाम:

यह दो दिवसीय सम्मेलन प्राचार्यों की शैक्षणिक नेतृत्व क्षमता, प्रशासनिक कौशल, वित्तीय प्रबंधन और छात्र कल्याण में सुधार के लिए उपयोगी साबित हुआ। साथ ही, NEP 2020 के अनुरूप सुधारों को लागू करने और आदिवासी छात्रों की समग्र शिक्षा के लिए प्रेरक मंच उपलब्ध कराया। NESTS ने "शिक्षा के माध्यम से आदिवासी परिवर्तन" की अपनी प्रतिबद्धता को पुनः मजबूत किया।

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