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भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF) 2025: “AI और AGI – भविष्य की बुद्धिमत्ता” पर उच्च स्तरीय पैनल चर्चा

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6 दिसंबर से चल रहे भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF) 2025 ने इस वर्ष के विज्ञान कार्यक्रमों में युवा मस्तिष्कों को प्रेरित करते हुए और “विकसित भारत@2047” के भारत के लक्ष्य को सशक्त करते हुए महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। तीसरे दिन, “AI & AGI: भविष्य की बुद्धिमत्ता” शीर्षक से एक उच्च स्तरीय पैनल चर्चा आयोजित की गई, जिसमें शिक्षा, उद्योग और अनुसंधान क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस तक की यात्रा और इसके विज्ञान, नवाचार और मानवता पर प्रभाव की समीक्षा की।

मुख्य वक्ताओं में प्रो. राजीव आहूजा, निदेशक IIT रोपड़; गोपाल कृष्ण भट्ट, निदेशक – डेटा सेंटर कस्टमर इंजीनियरिंग, इंटेल; विवेक कुमार राय, प्रमुख – स्ट्रैटेजिक बिज़नेस, HPC & AI, NVIDIA; और प्रत्यूष कुमार, सह-संस्थापक, सर्वम AI शामिल थे।

AI मिशन और विकसित भारत का दृष्टिकोण

IIT रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत 2035 तक वैश्विक AI नेता बनने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने IndiaAI मिशन का जिक्र किया, जिसका उद्देश्य 1 करोड़ युवाओं को AI में प्रशिक्षित करना, राष्ट्रीय कंप्यूट इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना, देशी AI मॉडल विकसित करना और जिम्मेदार एवं नैतिक AI को बढ़ावा देना है।

उन्होंने बताया कि IIT रोपड़ में तीन राष्ट्रीय सेक्टोरल AI केंद्रों में से एक कृषि पर केंद्रित केंद्र है, जो डिजिटल स्वास्थ्य, स्मार्ट सिटीज और एग्रीटेक जैसे प्राथमिक क्षेत्रों में AI समाधानों को लागू करता है।

उद्योग विशेषज्ञों ने भारत की उभरती डीप-टेक क्षमता पर प्रकाश डाला

इंटेल के गोपाल कृष्ण भट्ट ने भारत में सर्वर डिज़ाइन, चिप विकास और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग हार्डवेयर में तेजी से प्रगति की बात की। उन्होंने CDAC के साथ ‘रुद्र’ सर्वर प्लेटफॉर्म जैसी साझेदारियों का उदाहरण दिया, जो भारत को चिप आयात पर निर्भरता से स्वतंत्र कर देशी सिस्टम डिज़ाइन और निर्माण की दिशा में अग्रसर कर रही हैं।

NVIDIA और वैज्ञानिक अनुसंधान में AI का योगदान

NVIDIA के विवेक कुमार राय ने बताया कि AI दवा विकास, जलवायु मॉडलिंग, सामग्री विज्ञान और ऑटोमोटिव डिज़ाइन जैसे क्षेत्रों में शोध को कैसे बदल रहा है। उन्होंने GPU आधारित कंप्यूटिंग के माध्यम से राष्ट्रीय मिशनों को तेज करने पर जोर दिया।

भारतीय भाषाओं में AI और डिजिटल समावेशन

सर्वम AI के सह-संस्थापक प्रत्यूष कुमार ने बहुभाषी AI सिस्टम का प्रदर्शन किया, जिसमें भारत की पहली संप्रभु LLM (Large Language Model) शामिल है। उन्होंने बताया कि AI सभी पेशों का अभिन्न हिस्सा बनेगा और इसके लिए भारत-केंद्रित डेटा और मॉडल आवश्यक हैं।

पैनल चर्चा – AI और AGI: अगली सीमा

Xavier Kurian (Neysa), Ganesh Gopalan (Gnani.ai) और Dr. Manish Modani (NVIDIA) ने उद्योग और नीति दृष्टिकोण साझा किया। उन्होंने भारत में AI अपनाने की आवश्यकता, बहुभाषी वॉइस ऑटोमेशन और HPC/GPU इन्फ्रास्ट्रक्चर की बढ़ती क्षमता पर जोर दिया।

सभी वक्ताओं ने भारत की जनसंख्या शक्ति, नीति समर्थन और युवा प्रतिभा को वैश्विक AI और AGI नेतृत्व के लिए निर्णायक माना। छात्रों को AI टूल्स अपनाने, डीप-टेक क्षेत्रों में योगदान देने और ज्ञान-आधारित, नवाचार-प्रधान विकसित भारत@2047 की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित किया गया।

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