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राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरूकता सम्मेलन 2025: दिव्यांग बच्चों के परिवार आधारित पुनर्वास पर देशभर का जोर

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महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD) के अंतर्गत आने वाली सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (CARA) तथा आंध्र प्रदेश सरकार के महिला विकास एवं बाल कल्याण विभाग के सहयोग से राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरूकता सम्मेलन 2025 कल (27 नवंबर 2025) विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरूकता माह के अंतर्गत देशभर में चलाए जा रहे अभियानों का हिस्सा है।

इस वर्ष सम्मेलन की थीम है—“विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (दिव्यांग बच्चों) का गैर-संस्थागत पुनर्वास”, जो यह दर्शाता है कि सरकार ऐसे बच्चों के लिए परिवार आधारित, संवेदनशील और समावेशी देखभाल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहल जुवेनाइल जस्टिस (बच्चों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम, 2015 और दत्तक ग्रहण विनियम, 2022 के अनुरूप है।

सम्मेलन में प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति

कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे, जिनमें प्रमुख हैं—

  • अनिल मलिक, सचिव, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय

  • ए. सूर्या कुमारी, प्रधान सचिव, महिला विकास एवं बाल कल्याण विभाग, आंध्र प्रदेश

  • भावना सक्सेना, सदस्य सचिव एवं सीईओ, CARA

सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ होगा, जिसके बाद CARA की सीईओ स्वागत भाषण और विषय प्रस्तुति देंगी। इसके पश्चात सचिव, MWCD का मुख्य संबोधन तथा आंध्र प्रदेश की प्रधान सचिव का विशेष संबोधन होगा।

कार्यक्रम के दौरान “दिव्यांग बच्चों के दत्तक ग्रहण” पर एक विशेष फिल्म भी जारी की जाएगी, जिसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है।

विभिन्न हितधारकों का सहभाग

इस सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण समूह शामिल होंगे—

  • राज्य दत्तक ग्रहण संसाधन एजेंसियों (SARAs) के प्रतिनिधि

  • प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश से एक जिला बाल संरक्षण अधिकारी (DCPO) एवं एक चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) सदस्य

  • विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के दत्तक अभिभावक

  • संभावित दत्तक अभिभावक

  • MWCD और आंध्र प्रदेश सरकार के अधिकारी

यह मंच दत्तक ग्रहण पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े सभी हितधारकों—सुविधादाताओं और लाभार्थियों—को एक साथ लाकर सहयोग और अनुभव-साझाकरण को मजबूत करेगा।

अनुभव साझा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और नीति चर्चा

कार्यक्रम में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को गोद लेने वाले माता-पिता अपने अनुभव साझा करेंगे। बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जाएगा। चर्चा सत्रों के माध्यम से दत्तक ग्रहण प्रक्रिया में सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देने, नीतिगत सुझावों पर विचार-विमर्श और संवेदनशील, सूचित एवं समयबद्ध पुनर्वास की आवश्यकता पर जोर दिया जाएगा।

सम्मेलन से अपेक्षित परिणाम

राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरूकता सम्मेलन 2025 से यह अपेक्षा है कि—

  • व्यवहारिक और उपयोगी सिफारिशें सामने आएंगी

  • राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के बीच सीख और अनुभव का आदान-प्रदान बढ़ेगा

  • संचालन संबंधी समन्वय में सुधार होगा

  • विशेष कर दिव्यांग बच्चों के लिए परिवार आधारित स्थायी देखभाल को प्रोत्साहन मिलेगा

इस सम्मेलन का उद्देश्य है कि भारत का हर बच्चा—विशेष रूप से विशेष आवश्यकता वाले बच्चे—एक सुरक्षित, स्नेहमय और स्थायी परिवार प्राप्त कर सके।

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