Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

विद्यालयी शिक्षा विभाग ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता और संगणनात्मक चिंतन को भविष्य उन्मुख शिक्षा का अभिन्न हिस्सा बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई

Document Thumbnail

विद्यालयी शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSE&L), शिक्षा मंत्रालय ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence - AI) और संगणनात्मक चिंतन (Computational Thinking - CT) को भविष्य उन्मुख शिक्षा के आवश्यक घटकों के रूप में आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। विभाग, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (National Curriculum Framework for School Education - NCF SE) 2023 के अंतर्गत एक सार्थक और समावेशी पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए CBSE, NCERT, KVS, NVS जैसे संस्थानों तथा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ परामर्श प्रक्रिया के माध्यम से सहयोग कर रहा है।

AI और CT सीखने, सोचने और सिखाने की अवधारणा को सशक्त करेंगे तथा धीरे-धीरे “जनकल्याण के लिए AI” (AI for Public Good) के विचार की ओर विस्तार करेंगे। यह पहल नैतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से AI के जिम्मेदार उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके अंतर्गत तकनीक को प्रारंभिक स्तर से — कक्षा 3 से — स्वाभाविक रूप से पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।

29 अक्टूबर 2025 को एक हितधारक परामर्श बैठक आयोजित की गई, जिसमें CBSE, NCERT, KVS, NVS और बाहरी विशेषज्ञों जैसे प्रमुख संस्थानों ने भाग लिया। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने IIT मद्रास के प्रो. कार्तिक रमन की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, जो AI और CT पाठ्यक्रम विकसित करेगी।

बैठक में विद्यालयी शिक्षा विभाग के सचिव संजय कुमार ने कहा कि AI में शिक्षा को “हमारे चारों ओर की दुनिया” (The World Around Us - TWAU) से जुड़ी एक सार्वभौमिक बुनियादी कौशल के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम व्यापक, समावेशी और NCF SE 2023 के अनुरूप होना चाहिए। “हर बच्चे की विशिष्ट क्षमता हमारी प्राथमिकता है। नीति निर्माताओं के रूप में हमारा कार्य न्यूनतम मानक तय करना और समय-समय पर उसकी समीक्षा करना है,” उन्होंने जोड़ा।

उन्होंने आगे कहा कि शिक्षक प्रशिक्षण और शिक्षण-सामग्री — जिनमें निष्ठा (NISHTHA) के शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल और वीडियो आधारित शिक्षण संसाधन शामिल हैं — पाठ्यक्रम क्रियान्वयन की रीढ़ होंगे। NCERT और CBSE के बीच NCF SE के तहत एक समन्वय समिति के माध्यम से सहयोग यह सुनिश्चित करेगा कि एकीकृत, संरचित और गुणवत्तापूर्ण सामग्री तैयार हो। संजय कुमार ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय अनुभवों और बोर्डों से तुलना उपयोगी है, लेकिन उन्हें भारत की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित किया जाना चाहिए।

संयुक्त सचिव (आई एंड टी) प्राची पांडेय ने पाठ्यक्रम विकास और क्रियान्वयन की निर्धारित समय-सीमा का पालन करने के महत्व को दोहराते हुए परामर्श का समापन किया।

मुख्य बिंदु :

  • कक्षा 3 से कृत्रिम बुद्धिमत्ता और संगणनात्मक चिंतन की शुरुआत, सत्र 2026–27 से, नई शिक्षा नीति (NEP 2020) और NCF SE 2023 के अनुरूप।

  • AI एवं CT पाठ्यक्रम का एकीकरण, समय निर्धारण और संसाधनों की उपलब्धता NCF SE के तहत।

  • संसाधन सामग्री, पुस्तिकाएं और डिजिटल संसाधनों का विकास दिसंबर 2025 तक।

  • निष्ठा (NISHTHA) और अन्य संस्थानों के माध्यम से कक्षा-विशिष्ट और समयबद्ध शिक्षक प्रशिक्षण।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.