दुर्ग। ₹140 करोड़ से अधिक के कस्टम मिलिंग घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह दुर्ग में बड़ी कार्रवाई की। ईडी की छह सदस्यीय टीम दो गाड़ियों में सवार होकर हुडको स्थित सुधाकर रावटे के घर पहुँची और दबिश दी। टीम रावटे से पूछताछ कर रही है तथा घोटाले से जुड़े दस्तावेजों की बारीकी से जांच-पड़ताल कर रही है।
10 जिलों में एक साथ रेड
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में प्रदेश के 10 जिलों में एक साथ छापेमारी की जा रही है। इससे पहले आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और ईडी ने मुख्य आरोपी पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और रायपुर के कारोबारी अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया था।
कैसे हुआ घोटाला?
आरोप है कि कस्टम मिलिंग के भुगतान में बड़े पैमाने पर हेरफेर किया गया। बिल पास कराने के लिए मिलर्स से ₹20 प्रति क्विंटल वसूला जाता था और केवल पैसा देने वालों को ही भुगतान मिलता था।
ईडी की चार्जशीट
इस मामले में ईडी पहले ही 3500 पन्नों की चार्जशीट अदालत में पेश कर चुकी है, जिसमें 35 पन्नों की समरी भी शामिल है।