विशेष रिपोर्ट-शक्ति की आराधना का महापर्व — शारदीय नवरात्रि 2025
देशभर में आज से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। शक्ति की उपासना का यह महापर्व पूरे भारतवर्ष में बड़े धूमधाम और आस्था के साथ मनाया जा रहा है। नौ दिनों तक माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना होगी। घर-घर में कलश स्थापना, मंदिरों में विशेष सजावट और श्रद्धालुओं के बीच भक्ति का अद्भुत उत्साह देखने को मिल रहा है।
नवरात्रि सिर्फ़ एक त्योहार नहीं, बल्कि शक्ति, भक्ति और साधना का ऐसा संगम है, जो अंधकार पर प्रकाश और अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश देता है।
🔹 पहला दिन – माँ शैलपुत्री
नवरात्रि का पहला दिन माँ शैलपुत्री को समर्पित होता है। पर्वतराज हिमालय की पुत्री और भगवान शिव की अर्धांगिनी के रूप में, वे स्थिरता और शक्ति का प्रतीक हैं। भक्त मानते हैं कि उनकी पूजा से जीवन में नई ऊर्जा और साहस का संचार होता है।
🔹 दूसरा दिन – माँ ब्रह्मचारिणी
दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की आराधना की जाती है। वे तप, संयम और ब्रह्मचर्य का स्वरूप हैं। हाथ में जपमाला और कमंडल धारण करने वाली माँ ब्रह्मचारिणी तपस्या और ज्ञान की देवी मानी जाती हैं।
🔹 तीसरा दिन – माँ चंद्रघंटा
तीसरे दिन भक्त माँ चंद्रघंटा की पूजा करते हैं। उनके माथे पर अर्धचंद्र सुसज्जित है, और उनकी घंटानुमा आभा से ही उनका नाम पड़ा है। वे शांति और वीरता की प्रतीक हैं। उनकी आराधना से जीवन से भय और कष्ट दूर होते हैं।
🔹 चौथा दिन – माँ कूष्मांडा
चौथे दिन माँ कूष्मांडा की पूजा होती है, जिन्हें ब्रह्मांड की सृष्टिकर्त्री कहा जाता है। मान्यता है कि माँ ने अपनी मुस्कान से पूरे ब्रह्मांड की रचना की थी। वे सुख-समृद्धि और आरोग्य का आशीर्वाद देती हैं।
🔹 पाँचवां दिन – माँ स्कंदमाता
पाँचवे दिन माँ स्कंदमाता की आराधना होती है। वे भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता हैं। सिंह पर सवार और गोद में पुत्र स्कंद को धारण करने वाली माँ की पूजा से भक्तों को मोक्ष और शांति का मार्ग प्राप्त होता है।
🔹 छठा दिन – माँ कात्यायनी
छठे दिन माँ कात्यायनी की उपासना की जाती है। ऋषि कात्यायन के घर जन्म लेने के कारण उन्हें कात्यायनी कहा जाता है। वे महिषासुर मर्दिनी के रूप में प्रसिद्ध हैं और अन्याय व अधर्म का अंत करने वाली शक्ति हैं।
🔹 सातवां दिन – माँ कालरात्रि
सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा होती है। उनका रूप उग्र है लेकिन वे भक्तों के भय और अंधकार को दूर करती हैं। माना जाता है कि उनकी कृपा से शत्रुओं का नाश होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
🔹 आठवां दिन – माँ महागौरी
आठवें दिन माँ महागौरी की आराधना होती है। उनका स्वरूप श्वेत और अत्यंत दिव्य है। वे सौम्यता और करुणा की देवी हैं। उनकी पूजा से जीवन में पवित्रता, शांति और समृद्धि आती है।
🔹 नौवां दिन – माँ सिद्धिदात्री
नवरात्रि का अंतिम दिन माँ सिद्धिदात्री को समर्पित है। वे आठों सिद्धियों की दात्री मानी जाती हैं। श्रद्धा से की गई पूजा से माँ भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
✨ देशभर में माहौल
इस बार भी नवरात्रि को लेकर पूरे देश में खास तैयारी की गई है। माँ दुर्गा के भव्य पंडाल सजाए गए हैं, मंदिरों में विशेष कार्यक्रम हो रहे हैं, और जगह-जगह गरबा और डांडिया की गूँज सुनाई दे रही है। माता के भजनों और आरती से वातावरण भक्तिमय हो उठा है।
नवरात्रि का यह पर्व केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि शक्ति और सकारात्मकता का वह संदेश है, जो हर दिल को प्रेरित करता है कि सत्य और भक्ति से हर कठिनाई पर विजय पाई जा सकती है।