CSIR-NIScPR ने 80वें यूएन विज्ञान शिखर सम्मेलन में विज्ञान में महिलाओं पर जोर दिया
नई दिल्ली/मुंबई-CSIR-राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (CSIR-NIScPR) ने 80वें संयुक्त राष्ट्र महासभा विज्ञान शिखर सम्मेलन (SSUNGA80) में भाग लिया। शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय था: “विज्ञान में महिलाएँ और लड़कियाँ: लैंगिक समावेशी नवाचार, समानता और बाधाओं को तोड़ना”, जिसमें CSIR को केस स्टडी के रूप में प्रस्तुत किया गया।
डॉ. गीथा वाणी रायसम, निदेशक, CSIR-NIScPR ने विज्ञान में लैंगिक समानता के महत्व पर जोर दिया और कहा कि महिलाओं के लिए अनुकूल कार्य वातावरण और विशिष्ट नीतियाँ आवश्यक हैं। CSIR के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने STEM में महिलाओं की भूमिका, लैंगिक-संवेदनशील नीतियाँ और भारत की पहलों जैसे GATI और Vigyan Jyoti पर चर्चा की।
दूसरे सत्र में STEM में लैंगिक समावेशन और संसाधनों तक समान पहुँच पर पैनल चर्चा हुई, जिसमें अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भाग लिया। CSIR-NIScPR ने STEM में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और लैंगिक समावेशन को मजबूत बनाने के प्रयासों को साझा किया।