रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित सर्किट हाउस के ऑडिटोरियम में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में यह घोषणा की। दो दिवसीय इस बैठक के पहले दिन मंत्री ने विभागीय योजनाओं और कार्यों की विस्तार से समीक्षा की और अधिकारियों को जनसेवा के प्रति निस्वार्थ भाव से कार्य करने का निर्देश दिया।
स्वास्थ्य सेवाओं में हो रहा अभूतपूर्व विस्तार
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य सुविधाओं को आधुनिक और सर्वसुलभ बनाने के लिए अनेक परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। इन परियोजनाओं में शामिल हैं:
1. सुपर स्पेशलिटी अस्पताल: बिलासपुर में 200 करोड़ रुपये की लागत से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण।
2. रायपुर मेकाहारा में नया अस्पताल भवन: 231 करोड़ रुपये की लागत से 700 बिस्तरों वाला एकीकृत अस्पताल भवन तैयार किया जाएगा।
3. चार नए मेडिकल कॉलेज: राज्य में 1,020 करोड़ रुपये की लागत से चार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है।
4. स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत अगले एक वर्ष में 800 से अधिक चिकित्सा अधिकारियों, विशेषज्ञ चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती होगी।
5. एमबीबीएस की हिंदी में पढ़ाई: राज्य में चिकित्सा शिक्षा को मजबूत करने के लिए एमबीबीएस पाठ्यक्रम अब हिंदी में भी उपलब्ध कराया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों से योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हर नागरिक को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए सभी अधिकारियों और चिकित्सकों को पूरी निष्ठा से काम करना होगा।"
इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। बैठक के दौरान योजनाओं की समीक्षा की गई और उनके बेहतर कार्यान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
छत्तीसगढ़ सरकार के इन प्रयासों से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को नई मजबूती मिलेगी और आम जनता को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।