महासमुंद। कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर ने कहा है कि महासमुंद जिला मुख्यालय में बवानकेरा निवासी द्रोण चंद्राकर जी से दिन दहाड़े चोरी की घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि जिले की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। कलेक्टोरेट जैसे अतिसंवेदनशील क्षेत्र में, जहां हर समय पुलिस और प्रशासन का जमावड़ा रहता है, जहां कलेक्टर और पुलिस कप्तान का कार्यालय है, वहां अपराधी बेखौफ होकर कार का शीशा तोड़कर 3 लाख रुपये ले उड़े। यह घटना जिले में कानून व्यवस्था की लचर स्थिति का जीता-जागता उदाहरण है।
कांग्रेस नेत्री ने सवाल उठाया है कि अगर अपराधी इतनी बेधड़क होकर मुख्यालय के भीतर ही वारदात कर सकते हैं, तो आम जनता का क्या हाल होगा? जिले में कानून व्यवस्था का कोई अस्तित्व बचा है या पुलिस केवल नाम की रह गई है? जारी बयान में डॉ. रश्मि ने कहा है कि शर्म की बात है कि कलेक्टोरेड जैसे अतिसंवेदनशील क्षेत्र में समाज कल्याण विभाग दफ्तर के ठीक सामने दिन दहाड़े यह वारदात हुई और प्रशासन के सीसीटीवी कैमरे भी खराब और बंद हालत में महज शो पीस बने पाए गए। यदि इस घटना से भी प्रशासन और पुलिस नहीं जागती है, तो जनता को यह मान लेना चाहिए कि कानून-व्यवस्था का जिम्मा अब चोरों और अपराधियों के हाथों में सौंप दिया गया है। चोरों का साहस तो देखिए। यह घटना न सिर्फ प्रशासन की नाकामी को उजागर करती है, बल्कि अपराधियों के बढ़ते हौसले को भी दर्शाती है। सवाल यह है कि आखिरकार इतनी बड़ी घटना के बावजूद प्रशासन और पुलिस की नींद कब खुलेगी? या फिर यह मान लिया जाए कि अपराधियों का पुलिस पर अब कोई डर नहीं बचा? शहर के भीतर सुरक्षा व्यवस्था का यह हाल है, तो ग्रामीण इलाकों में क्या स्थिति होगी, इसकी सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है।
डॉ. रश्मि ने कहा है कि पुलिस और प्रशासन का रवैया अपराधियों को अप्रत्यक्ष रूप से हौसला दे रहा है। यह घटना केवल एक चोरी नहीं है, बल्कि यह उस भरोसे पर चोट है जो जनता ने पुलिस और प्रशासन पर किया था। यह अकेली घटना भी नहीं है, जिले में आए दिन ऐसी वारदातें हो रही हैं, जिनसे कानून व्यवस्था और आम जनता की सुरक्षा को लेकर सवालिया निशान लग रहे हैं। कई तरह के अपराधों और अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के हौसले बुलंद हैं तथा आम जनता बेबस और परेशान है। जनता के कथित प्रतिनिधियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, चुनाव जीतने के बाद उन्हें केवल अपनी चिंता है।पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। प्रदेश की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर नकारी साबित हो चुकी है।