आनंदराम पत्रकारश्री.
महासमुन्द। भाई-बहन के अटूट विश्वास और निश्छल स्नेह का पर्व रक्षाबंधन इस साल 19 अगस्त को है। ज्योतिष शास्त्र और काल गणना से जुड़े हुए विद्वान पर्व के मुहूर्त को लेकर तरह-तरह का ज्ञान दे रहे हैं। इस बीच शोसल मीडिया प्लेटफार्म पर 'गीता प्रेस गोरखपुर के संतों की मान्यता' नाम से फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट खूब वायरल हो रहा है।
जिसमें लिखा गया है कि श्री वाल्मिकी रामायण में रक्षाबंधन पर भद्रावास का उल्लेख मिलता है। जिसके अनुसार मेष, मकर, वृष, कर्क राशि का चंद्रमा होने पर भद्रा स्वर्गलोक में। तुला, धनु, कन्या, मिथुन राशि का चंद्रमा होने पर भद्रा नागलोक में। कुंभ, मीन, वृश्चिक, सिंह राशि का चंद्रमा होने पर भद्रा मृत्युलोक (पृथ्वी) पर होती है।
स्वर्ग में भद्रा होने पर प्रत्येक कार्य शुभ होता है। नागलोक (पाताल) में होने पर मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।और जब भद्रा पृथ्वी लोक पर होती है, प्रत्येक शुभ कर्म को नष्ट करने वाली होती है।
इसलिए कभी भी रक्षाबंधन पर्व पर कथित विद्वानों के मायाजाल से भयभीत नहीं होना चाहिए। रक्षाबंधन का पर्व परंपरागत उत्साह और अच्छे सोच के साथ मनाया जाना चाहिए। सबकुछ शुभ और मंगलकारी होगा। मुहूर्त के फेर में न पड़ें सभी भाई-बहन पूरे उत्साह के साथ रक्षाबंधन पर्व मनाएं।