Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

महासमुन्द जिले के स्कूलों में शिक्षा का है बुरा हाल- आम आदमी पार्टी

महासमुंद जिले के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। यहां शिक्षा व्यवस्था का बेहद बुरा हाल है। एकल शिक्षक के भरोसे पूरी स्कूल चलाई जा रही है। कई स्कूलों की हालत बेहद जर्जर है। बच्चों के लिए बैठने के लिए जगह तक नहीं है। आर टी ई क़ानून ( शिक्षा के अधिकार) के तहत भी बच्चों को शिक्षा नहीं मिल रही है। इन्हीं सब मामलों को लेकर आम आदमी पार्टी ने जिला अध्यक्ष भूपेंद्र चंद्राकर, प्रदेश सचिव अभिषेक जैन एवं लोकसभा सचिव संजय यादव  के नेतृत्व में  जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि सिरपुर के पास अमलोर स्कूल में शिक्षकों की कमी के चलते हुए बच्चे सड़कों पर उतर आए हैं। 


उन्होंने शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन सौंपा है। आज बच्चे जिला शिक्षा अधिकारी के पास अपना बस्ता जमा करने के लिए आए हुए थे।  सिरपुर के हाईस्कूल में शिक्षक और क्लासरूम की कमी को बताते हुए बच्चों को एडमिशन नहीं दिया जा रहा है।  बागबाहरा ब्लॉक के सोनापुटी गांव में शिक्षकों की कमी के चलते पालक विकासखंड शिक्षा अधिकारी को शिक्षकों की मांग के लिए ज्ञापन सौंप रहे हैं। महासमुंद की बात करें तो ड्रीम इंडिया स्कूल के बच्चे शिक्षा के अधिकार के तहत शिक्षा वंचित हो गए हैं। संचालक कब स्कूल बंद करके चला गया और नया स्कूल खोल लिया, जिला शिक्षा कार्यालय को पता ही नहीं है। 

आज वहां के बच्चे शिक्षा के अभाव में दर-दर भटकने को मजबूर हैं । पालक चिंतित हैं। प्राइवेट स्कूलों की बात करें तो शिक्षा के अधिकार के तहत 25% बच्चों को उनको एडमिशन देना है।  पढ़ाने के एवज में स्कूलों को ग्रांट राशि दी जाती है जो कि पिछले 1 साल से स्कूलों को मिली ही नहीं है। जिले में ऐसे 44 स्कूल हैं जिनको अभी तक पेमेंट हुआ ही नहीं है। आज उनकी हालत खराब है, जिसके कारण ड्रीम इंडिया स्कूल जैसी हालात पैदा हो रहे हैं।

 जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आत्मानंद स्कूल के नाम पर लीपापोती कर रही है। जबकि जमीनी हकीकत जीरो है। गांव के सरकारी स्कूलों की हालत बेहद खराब है। कई स्कूलों में शिक्षक पढ़ाने तक नहीं जा रहे हैं। शिक्षा के नाम पर सिर्फ तुष्टीकरण किया जा रहा है। अब इस सरकार को बदलने की जरूरत है। आम आदमी पार्टी के केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में शिक्षा के लिए जो काम किया है, वह जगजाहिर है। उनके बनाए हुए सरकारी स्कूल आज प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहे हैं। 

वहाँ से पढ़े हुए बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बन रहे हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार अपने कुल बजट का 25% राशि शिक्षा पर खर्च कर रही है। ईमानदारी के कारण ही आज वहां पर शिक्षा की क्रांति आई है। यही बदलाव अब छत्तीसगढ़ में लाने की जरूरत है। आज आम आदमी पार्टी ने जिला शिक्षा अधिकारी को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि शिक्षकों एवं भवनों की कमी को तत्काल दूर करें अन्यथा आम आदमी पार्टी बच्चों और पालकों के साथ मिल कर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी।

जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने व्यवस्था को दुरुस्त करने की बात कही है। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से भूपेंद्र चंद्राकर,संजय यादव,अभिषेक जैन, संतोष चंद्राकर शकील खान,कादिर चौहान, राकेश झाबक,महेंद्र साहू, पुनाराम निषाद, इमरान खान, भोलाराम निषाद,  मुकेश कुर्रे श्री राम ध्रुव,भीम कुमार साहू,अनवर खान, दिलीप साहू, शिवा राम साहू, मधु यादव,अगेश्वर यादव, कोमल खुसरो, नीलम ध्रुव, केशव पटेल आदि आम आदमी पार्टी कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.