रायपुर । कलेक्टर प्रभात मलिक ने 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस को जिले में बोरे बासी त्यौहार के रूप में मनाने की अपील की। उन्होंने श्रमिक दिवस के अवसर पर जिलेवासियों से श्रम का सम्मान करते हुए बोरे बासी खाने का आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि हमारी छत्तीसगढ़ी समृद्ध संस्कृति हमारी पहचान है। हमारे खान-पान और यहां की विशेषताओं को सहेजने की जरूरत है।
कलेक्टर मलिक ने कहा कि बोरे बासी हमारे छत्तीसगढ़ के समूचे मेहनतकश लोगों का पांरपरिक और पंसदीदा आहार है। उन्होंने जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, अधिकारी-कर्मचारी सहित सभी जिलेवासियों से 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर मेहनतकश श्रमवीरों के सम्मान में बोरे बासी खाकर छत्तीसगढ़ की परंपरा एवं संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाने का आव्हान किया है।
वहीं भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव ने कहा, हमारे मेहनतकश मजदूरों के सम्मान में छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और हमारा प्रिय व्यंजन ‘बोरे-बासी’ खाकर दिन की शुरुआत की. श्रमिक दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं.
कोण्डागांव के कलेक्टर दीपक सोनी ने अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर जिले के बाखरा ग्राम पंचायत में मनरेगा श्रमिकों और ग्रामीणों के साथ बोरे-बासी खाकर मेहनतकश श्रमवीरों का सम्मान किया.
बलरामपुर कलेक्टर रिमिजियुस एक्का, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी रेना जमील ने श्रम विभाग द्वारा सेहत बाजार में आयोजित कार्यक्रम में बोरे-बासी के साथ लाल भाजी, लकरा चटनी, आम चटनी, प्याज, भुनी मिर्च खाकर श्रमिकों के प्रति सम्मान व्यक्त किया.
दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा, एसपी अभिषेक पल्लव और सी.ई.ओ. जिला पंचायत ऐ. के. देवांगन ने छत्तीसगढ़िया अंदाज़ में विवेकानन्द मंगल भवन दुर्ग में आयोजित कार्यक्रम में बोरे-बासी का लुत्फ उठाया.