महासमुंद। ग्राम पंचायत भटगांव के आश्रित ग्राम सरईपाली में खाद गोदाम का निर्माण कराया जाएगा। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में निर्माण कार्य के लिए भूमिपूजन किया। आज सोमवार को ग्राम सरईपाली में खाद गोदाम निर्माण कार्य के लिए भूमिपूजन समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के
मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अतिथि के रूप में
जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संजय शर्मा, पिछड़ा वर्ग
प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष दारा साहू, कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष
खिलावन साहू, खोम सिन्हा, गंगाराम पटेल,
आलोक
नायक, राजू दीवान, लेडगाराम साहू, डागाराम साहू,
रेवाराम
चौहान, याद राम साहू, प्रताप मन्नाडे, राजा गंभीर,
कृष्ण
कुमार नर्मदा, नोहर साहू, रोहित चौहान थे।
अपने संबोधन में संसदीय सचिव चंद्राकर ने उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
ने खाद की कमी के करण किसानों को होने वाली परेशानियों की ओर गंभीरतापूर्वक ध्यान
दिया है।
रबी और खरीफ फसल के जीवन में खाद की
कमी की समस्या को दूर करने खाद का भंडारण बढ़ाने के लिए नए खाद गोदाम बनाए जा रहे
हैं। उन्होंने खाद गोदाम निर्माण के भूमिपूजन अवसर पर किसानों को बधाई देते हुए
कहा कि यहां खाद गोदाम की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस दिशा में ग्रामीणों ने
ध्यानाकर्षित कराया था। जिसे गंभीरता से लेते हुए खाद गोदाम निर्माण के लिए राशि
स्वीकृत कराई गई। खाद गोदाम निर्माण होने से किसानों को निश्चित रूप से लाभ
मिलेगा। संसदीय सचिव चंद्राकर ने भूपेश सरकार को किसान हितैषी सरकार बताते हुए कहा
कि छग प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने शपथ ग्रहण होने के दो घंटे के भीतर किसानों का
कर्जा माफ किया। बिजली बिल आधा किए जाने के निर्णय से लाखों परिवार लाभान्वित हुए।
खेतीहर भूमिहीन मजदूर न्याय योजना के
तहत सात हजार प्रतिवर्ष दिया जा रहा है। इससे किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो रही
है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से भूषण साहू, हरखराम साहू, चैनसिंग दीवान,
लक्षण
दीवान, मनोहर दीवान, नारायण दीवान, नरेंद्र दीवान,
दीनदयाल
साहू, लेखराम साहू, बुधराम साहू, रैनसिंग,
ज्ञानिक
दीवान, डोमसिंग दीवान, टुमेश्वर दीवान, चैतराम दीवान,
रितेश
दीवान, भागवत दीवान, राधेश्याम दीवान, कुलेश्वर
दीवान, ठाकुरराम दीवान, मोहित दीवान, सालिकराम,
चमनलाल,
हेमसागर
पटेल, बल्दूराम दीवान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।