नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। छह अप्रैल तक तक चलने वाले इस सत्र के दौरान कुल सत्ताईस बैठकें होंगी। वहीं, वर्ष दो हजार तेईस-चौबीस का केन्द्रीय बजट कल पेश किया जाएगा। संसद के केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि भारत में स्थिर, निडर और निर्णय लेने वाली सरकार है।
उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक, आतंकवाद उन्मूलन के लिए ठोस कार्रवाई, नियंत्रण रेखा और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हर तरह के दुस्साहस को कड़ा जवाब, अनुच्छेद-तीन सौ सत्तर और तीन तलाक को हटाना निर्णायक सरकार के उदाहरण हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि देश में ऐसी सरकार है, जो ईमानदार व्यक्तियों का सम्मान करती है और गरीबों की समस्याओं के समाधान तथा उन्हें स्थायी रूप से सशक्त करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा भारत बनाए जो आत्मनिर्भर हो और अपने मानवीय कर्तव्यों को भी पूरा करने में सक्षम हो।
संसद में आज वित्तीय वर्ष दो हजार बाईस-तेईस का आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया गया, जिसमें वास्तविक रूप से छह दशमलव पांच प्रतिशत की आधारभूत जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया गया है। सर्वेक्षण के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में वास्तविक रूप से सात प्रतिशत की दर से वृद्धि की उम्मीद है। बजट सत्र शुरू होने से पहले संसद के बाहर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में दुनिया की निगाहें भारत के बजट पर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का एकमात्र ध्येय ’भारत प्रथम, नागरिक प्रथम’ है।