नई दिल्ली। रायपुर. देश में कोविड की आपात तैयारियों की जांच के लिए आज सभी अस्पतालों में राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल की गई। यह मॉकड्रिल चीन सहित कुछ देशों में कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए आयोजित की गई है। इस दौरान ऑक्सीजन संयंत्रों, वेंट्लिटरों, संचालन व्यवस्था और मानव संसाधनों पर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित करते हुए बुनियादी सुविधाओं का आकलन किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश में कोविड स्थिति की समीक्षा बैठक के बाद मॉकड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया गया था।
इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया ने देश में कोविड मामले बढने की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य तैयारियों का जायजा लेने के मद्देनजर आज नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल का दौरा किया। संवाददाताओं से बातचीत में मांडविया ने विश्वास जताया कि सरकार कोविड से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने बताया कि लोगों के उचित उपचार को लेकर आज पूरे देश के कोविड अस्पतालों में मॉकड्रिल कराई गई।
इधर, छत्तीसगढ़ के विभिन्न कोविड अस्पतालों में भी मॉकड्रिल किया गया। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज प्रदेशभर में कोरोना प्रबंधन के लिए हुए मॉकड्रिल का ऑनलाइन निरीक्षण कर अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने राजधानी रायपुर के डॉक्टर भीरामव अंबेडकर अस्पताल के साथ ही बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर और कोरबा के शासकीय मेडिकल कॉलेजों से संबंद्ध अस्पतालों में कोविड-नाइंटीन प्रोटोकॉल और इसके इलाज की व्यवस्था का स्वयं अवलोकन किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेजों के डीन से बात कर जरूरी दवाइयों, जांच की सुविधाओं और पीपीई किट की उपलब्धता की भी जानकारी ली। मॉकड्रिल के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि कोरोना का कोई मामला आने पर उसे तत्काल इलाज मुहैया कराया जा सके। इस दौरान सभी तरह के जीवन रक्षक उपकरणों का प्रतीकात्मक रूप से उपयोग करते हुए उनकी क्रियाशीलता की जांच की गई।