महासमुंद। भूपेश सरकार ने एक नबम्बर से धान खरीदी तो प्रारंभ किया लेकिन अब किसानों को परेशान करना शुरू कर दिया है। विगत तीन दिनों से सोसायटियों में धान खरीदी बंद है। टोकन कटना बन्द हो गया है। साफ्टवेयर को लॉक कर दिया है। जिसके कारण किसान धान नही बेंच पा रहे रहे है। जबकि एक नबम्बर से 31 जनवरी तक छत्तीसगढ़ के सभी सोसायटियों में धान खरीदी किया जाना है। लेकिन किसान भाई अपना धान न बेच सके उसके लिए कांग्रेस सरकार नाना प्रकार की उधिम अपना रहे है। किसानों का हितैसी कहने वाले कांग्रेस सरकार किसान विरोधी सरकार होने का अपना परिचय दे रहा है।
विगत दो वर्ष में किसानों के बारदाना
का पैसा अभी तक किसानों के खाते में नही डाला है। इससे पता चलता है कि छत्तीसगढ़
में भूपेश सरकार
लुटेरों का सरकार बन गया है। अमानक गोबर खाद (वर्मीकम्पोस्ट के नाम पर) को
जबरदस्ती प्रति एकड़ एक हजार रुपये का लूट किया है। किसान खरीफ फसल के बाद रबी फसल
के कार्य मे जुटे हुए है। किसान अपना धान जल्दी से जल्दी विक्रय कर आगामी फसल की
तैयारी में लगा हुआ है तब कांग्रेस सरकार किसानों के धान खरीदी पर पाबंदी लगाने का
कार्य कर रही है।
आज भाजपा नेतागण पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर, जिला मीडिया प्रभारी प्रेम चन्द्राकर, ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष श्याम साकरकर, जनपद सदस्य दिग्विजय साहू, पूर्व मण्डल अध्यक्ष व पार्षद संदीप घोष, आई टी सेल प्रभारी अरुण साहू, ग्रामीण महामंत्री नामदेव साहू, संतोष वर्मा ने झालखम्हरिया सोसायटी में पहुचकर टोकन लॉक होने के बारे मे जानकारी लिया सोसायटी प्रबन्धक ने बताया कि विगत तीन दिनों से साफ्टवेयर में टोकन नही कट रहा है जिस भाजपा नेतागण नाराजगी जाहिर करते हए कहा कि सोमवार से टोकन काटना जारी नही हुआ तो भाजपा द्वारा किसानों के हित के लिए उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।