रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश के जाने-माने पत्रकार रमेश नैयर का आज शाम रायपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। तिरासी वर्षीय श्री नैयर पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। श्री नैयर प्रदेश के साथ ही देश के भी प्रसिद्ध पत्रकारों में शुमार किए जाते थे। अपने साठ वर्षों से अधिक के पत्रकारिता के सफर में वे चंडीगढ़ के ट्रिब्यून, दिल्ली के संडे आर्ब्जवर सहित प्रदेश के विभिन्न अखबारों के संपादक रहे। उन्होंने साहित्य की कुछ चर्चित किताबों का अंग्रेजी और पंजाबी भाषा से हिन्दी में अनुवाद भी किया। पत्रकारिता में उनके विशिष्ट योगदान के लिए उन्हें देश और प्रदेश में अनेक सम्मानों से विभूषित किया गया था।
राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत
और नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर के निधन पर गहरा शोक
व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि स्वर्गीय श्री नैयर ने
छत्तीसगढ़ के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी पत्रकारिता के प्रतिमान स्थापित किये
हैं। वे अपने कृतित्व और व्यक्तित्व से नयी पीढ़ी के पत्रकारों को हमेशा प्रेरित
करते रहेंगे।
उनका जन्म 10 फरवरी सन 1940 को गुजरात के कुंजाह (वर्तमान में
पाकिस्तान) में हुआ था। परलोकवास के समय उनकी आयु 82 वर्ष थी। छत्तीसगढ़ की
पत्रकारिता जगत में उनका बड़ा नाम है। उनके के निधन की खबर मिलते ही पत्रकारिता जगत
में शोक की लहर है। स्व. श्री नैयर के
निधन पर राज्यपाल अनुसुईया उईके,
मुख्यमंत्री भूपेश बघेर, वरिष्ठ पत्रकारों,
लेखकों, साहित्यकारों
समेत सभी नेताओं ने शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि स्व. श्री नैयर जी ने
छत्तीसगढ़ के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी पत्रकारिता के प्रतिमान स्थापित किये
हैं। वे अपने कृतित्व और व्यक्तित्व से नयी पीढ़ी के पत्रकारों को हमेशा प्रेरित
करते रहेंगे। बघेल ने स्व. श्री नैयर के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना
व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर
कई अखबारों में बतौर संपादक कार्य किया है। वहीं पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र
में उन्होंने अहम योगदान दिए हैं। स्व. श्री नैयर देश-प्रदेश में अपनी कलम का लोहा
मनवाने वाले पत्रकारों में से एक थे। नैय्यर जी को पत्रकारिता का पाठशाला कहा जाता
था।