रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आज समापन समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस समय आयोजित किए जा रहे इस समापन समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर रहे हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री सोरेन आज शाम रायपुर पहुंचे।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिम संस्कृति सभी को जोड़ने का काम करती है और इस महोत्सव के माध्यम से देश-दुनिया ने इस बात को देखा है। इस अवसर पर राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य समारोह के पुरस्कारों की घोषणा भी की गई। फसल कटाई श्रेणी में पहला स्थान छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य, दूसरा ओडिशा के ढेंगसा नृत्य को और तीसरा हिमाचल के गद्दी नृत्य को मिला। वहीं, विवाह संस्कार और अन्य श्रेणी में पहला स्थान सिक्किम, दूसरा स्थान ओडिशा को और तीसरा स्थान झारखंड को मिला है।
इससे पहले, आदिवासी नृत्य महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन आज भिलाई से आई लोकरागिनी की टीम ने छत्तीसगढ़ में प्रचलित सुआ नृत्य, रिलो नृत्य, रेला, राउत नाचा की प्रस्तुति लोकगीतों के माध्यम से दी। वहीं, बस्तर से आए लोक कलाकारों ने माड़िया और गौर नृत्य की प्रस्तुति दी। आदिवासी नृत्य महोत्सव के अंतिम दिन हरियाणा के लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत घूमर नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं, मध्यप्रदेश के कलाकारों ने भी करमा और सैताम नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। इस बीच, राज्य शासन ने राज्योत्सव मेला और प्रदर्शनी की अवधि को तीन दिन और बढ़ा दिया है। अब राजधानी के साईंस कॉलेज मैदान में लगा राज्योत्सव मेला रविवार छह नवंबर तक चलेगा।