रायपुर। प्रदेश में आज से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई है। खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने रायपुर जिले के मंदिरहसौद सहकारी समिति से इस अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान खरीदी अभियान शुरू होने पर किसानों और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया है कि धान खरीदी के लिए प्रदेश में लगभग ढाई हजार उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। किसानों को धान बेचने में किसी भी तरह की दिक्कत न आए, इसके लिए सभी केन्द्रों में बेहतर प्रबंध किए गए हैं। व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
इस बार एक सौ दस लाख मीटरिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए प्रदेश में पच्चीस लाख बहत्तर हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है, जिसमें लगभग एक लाख सड़सठ हजार से ज्यादा नये किसान हैं। इस बार पंजीकृत किसानों को धान बेचने के लिए घर बैठे ऑनलाइन टोकन प्राप्त करने की सुविधा दी जा रही है। इसके लिए एनआईसी द्वारा एंड्रायड ऐप ‘‘टोकन तुंहर हाथ’’’ विकसित किया गया है। इस ऐप की मदद से पंजीकृत किसान संबंधित उपार्जन केन्द्र में स्वयं के द्वारा निर्धारित तिथि में धान विक्रय के लिए टोकन प्राप्त कर सकेंगे।
इस साल किसानों से सामान्य धान दो हजार चालीस रूपए प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान दो हजार साठ रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा। उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स का पंजीयन किया जा रहा है। संवेदनशील उपार्जन केन्द्रों पर निगरानी के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। साथ ही सीमावर्ती सोसायटियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ में धान का अवैध परिवहन न हो, इसकी रोकथाम के लिए चेकपोस्ट भी बनाए गए हैं, जहां अधिकारियों की टीम मालवाहक वाहनों पर कड़ी निगरानी रख रही है। धान खरीदी के पहले दिन आज करीब चार हजार किसानों ने दस हजार मीटरिक टन से अधिक धान बेचा है। आज सात सौ पचहत्तर उपार्जन केन्द्रों में खरीदी की गई।