रायपुर। आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस है। यह दिन प्रतिवर्ष सोलह नवंबर को स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की भूमिका को रेखांकित करने के लिए मनाया जाता है। आज ही के दिन से भारतीय प्रेस परिषद ने काम करना शुरू किया था। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया जगत के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया जगत निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता से लोकतंत्र को एक नई दिशा प्रदान करता है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस, प्रेस की स्वतंत्रता और जिम्मेदारियां की ओर भी ध्यान आकर्षित करता है।
तीन दिवसीय मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी
एक भारत-श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत बिलासपुर के गुरू घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में आज से तीन दिवसीय मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी शुरू हुई। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अट्ठारह नवंबर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में विभिन्न स्पर्धाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत केंद्रीय संचार ब्यूरो के रायपुर प्रादेशिक कार्यालय और बिलासपुर क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी का शुभारंभ सीआरपीएफ के गु्रप कमांडिंग अधिकारी लक्ष्मीनारायण मिश्रा ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल ने की। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना-एनएसएस के मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के निदेशक ए.एस. कबीर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस अवसर पर मिश्रा ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ भारत का निर्माण गुरु घासीदास और सरदार वल्लभभाई पटेल के आदर्शों से ही संभव है। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास ने सदियों पहले मनखे-मनखे एक समान का विचार दिया, जो आज भी देश को एकसूत्र में पिरोने का कार्य कर रहा है। मिश्रा ने कहा कि प्रदर्शनी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को दर्शाया गया है। उन्होंने सीआरपीएफ द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ अभियान को राष्ट्रीय एकता के प्रसार के लिए जरूरी बताया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के करीब दो सौ स्वयंसेवियों ने विश्वविद्यालय परिसर में पारंपरिक वेशभूषा में जागरूकता रैली निकाली।