महासमुंद। शहर में बन रहे ओवरब्रिज से लेकर मेडिकल कालेज तक को अपनी उपलब्धि बताकर स्थानीय विधायक जनता के बीच भ्रम फैला रहे हैं। जबकि विधानसभा उनकी कार्यशैली के चलते क्षेत्र विकास के मामले में चार साल पीछे चला गया है। उक्त बातें भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष व महासमुन्द के पूर्व विधायक डा. विमल चोपड़ा ने प्रेस क्लब भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने स्थानीय विधायक विनोद चंद्राकर पर आरोप लगाते हुए कहा कि ओवरब्रिज का कार्य डा. रमन सिंह के कार्यकाल में प्रारंभ हुआ। जिसका श्रेय लेने विधायक आतुर हैं।
एक साल में पटरीपार का ब्रिज बनकर तैयार हो गया था, परंतु शेष बचे हुए आधा कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया। भूमि अधिग्रहण में भी भेदभाव किया जा रहा है। आज भी दर्जनभर लोग मुआवजा के लिए भटक रहे हैं। उनका मुआवजा दिलाने के लिए कोई पहल विधायक द्वारा नहीं की जा रही है। इसी प्रकार मेडिकल कालेज की सौगात भाजपा के लोकसभा चुनाव 2019 के घोषणा पत्र का हिस्सा है। जिसका श्रेय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। देश में 75 नये मेडिकल कालेज खोलने का संकल्प था, जिसमें से महासमुंद मेडिकल कालेज एक है।
महासमुन्द विधायक स्वास्थ्य विभाग के संसदीय सचिव हैं, बावजूद निर्धारित समय पर कालेज प्रारंभ करने के लायक सुविधा तक उपलब्ध नहीं करा पाये। केन्द सरकार द्वारा इसके भवन निर्माण के लिए 185 करोड़ रुपये दिया गया है। बावजूद, आज पर्यन्त तक भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। इस प्रकार से केन्द्र की सौगात को अपनी उपलब्धि बताना हास्यास्पद है। पूर्व विधायक ने वर्तमान विधायक पर एक– एक कर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से स्वीकृत कार्यों को अपना बताकर प्रचारित किया जा रहा है। बायपास रोड के लिए लगातार क्षेत्रीय सांसद चुन्नीलाल साहू प्रयासरत हैं।
विधायक ने केन्द्रीय मंत्री को पत्र लिखकर बायपास रोड शीघ् स्वीकृत होने का ढिढोरा पीटा, जो अब असफलता के रूप मे जनता के सामने है। यदि विधायक शीघ्र कार्य कराना चाहते हैं, तो राज्य शासन के मद से इसकी स्वीकृति दिलाकर क्षेत्रवासियों की प्रशंसा बटोर लें। शहर मे विकास की कोई उपलब्धि नहीं दिखाई देती । न तो नहर लाइनिंग का काम आगे बढ़ा और न ही बायपास के लिए एक कदम बढ़ा पाए। भाजपा शासन में सिरपुर को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में मान्यता दिलाने के प्रयास किया गया, जो चार साल में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाया है।
चोपडा ने आरोप लगाया कि स्वेच्छानुदान की राशि जरूरतमंदो को नहीं मिल पा रही है। झलप- पटेवा के लोगों को राहत दिलाने सिकासेर बांध के अतिरिक्त पानी को कोडार में लाने का कोई प्रयास नहीं हो रहा है। इन्हें किसानों की कोई चिंता नहीं है। विधायक ने आज तक करणी कृपा पावर प्लांट पर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं किया है, जबकि प्लांट के विरोध में लगातार प्रर्दशन हो रहा है और लोगों के मन में आक्रोश है। चिरको में कालेज भवन की स्वीकृति हुए एक साल हो गये, अभी तक काम चालू नहीं हुआ। प्रेसवार्ता के दौरान पार्षद देवीचंद राठी, पवन साहू, मोहन साहू, महेन्द सिक्का सहित समर्थक उपस्थित थे