जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के तहत जगदलपुर में आयोजित मुरिया दरबार में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बस्तर जिले के चार सौ सैंतीस ग्राम पंचायतों में प्रशासनिक सुविधाओं के लिए ग्रामीण सचिवालय का शुभारंभ किया। साथ ही टी बी मुक्त बस्तर अभियान के लिए निःक्षय बस्तर का शुभारंभ किया। वहीं, उन्होंने स्कूलों की मॉनिटरिंग के लिए विद्या जतन ऐप लॉंच किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मांझी-चालकी, मेंबर-मेंबरिन और बस्तर दशहरा पर्व से जुड़े पारंपरिक सदस्यों को पोशाक के लिए पांच लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री की उपस्थिति में जिले के एक सौ आठ गांवों में फ्री वाई फाई सेवा के लिए जिला प्रशासन और बी.एस.एन.एल.के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने चौदह विभिन्न समाजों को सामाजिक भवन निर्माण के लिए भूमि का पट्टा प्रदान किया। इस अवसर पर उद्योग और जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल भी उपस्थित थे। वहीं, अपने बस्तर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने जगदलपुर में एक करोड़ पचपन लाख रुपए की लागत से बने संभागीय सी-मार्ट का शुभारंभ किया।
इस सी-मार्ट में विभिन्न संस्थाओं, गोठानों, स्व-सहायता समूहों और कृषि उत्पादक संगठनों के माध्यम से राज्य के कृषकों, कामगारों, शिल्पकारों और बुनकरों द्वारा उत्पादित सामग्री की बिक्री की जाएगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने लोहंडीगुड़ा विकासखंड के धुरागांव भी पहुंचे, जहां उन्होंने इमली प्रसंस्करण संयंत्र का शुभारंभ किया। वहीं, मुख्यमंत्री ने आज कांकेर के नथिया नवागांव में मिलेट प्रसंस्करण उद्योग का भी लोकार्पण किया। यहां पर कोदो-कुटकी और रागी के प्रसंस्करण और इनके मूल्य संवर्धन से संबंधित इकाई स्थापित की गई है।