महासमुंद। जिला में पशु चिकित्सा विभाग में पदस्थ दो लिपिक उमाशंकर गुप्ता और सविता त्रिपाठी को 39 हजार रुपए नगद रिश्वत लेते एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार किया है। सुरेखा बाई रावत ने एंटी करप्शन ब्यूरो को इसकी शिकायत की थी कि वह पशु चिकित्सा विभाग में पदस्थ थीं। सेवानिवृत्त होने के बाद उससे पेंशन प्रकरण बनाने के एवज में पैसों की मांग की गई। सुरेखा ने बताया कि वह अंजोरा (दुर्ग) में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थी, जिनका वेतन महासमुंद पशु उप संचालक से निकाला जाता था। उनका रिटायरमेंट 31अगस्त 2022 को हुआ।
जिसके पेंशन प्रकरण के लिए पशु चिकित्सा विभाग महासमुंद आई थी। जहां पर विभाग के दोनों बाबू उमाशंकर गुप्ता और सविता त्रिपाठी ने पैसों की मांग की। जिसके बाद उन्होंने पहली बार 17 हजार रूपये दोनों को दिए। उसके बाद 40 हजार सितंबर माह में और दिये और फिर से 40 हजार रूपये की मांग की जा रही थी। जिस पर से सुरेखा द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो को इसकी शिकायत की गई और आज दोनों बाबू को 39 हजार रूपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। एंटी करप्शन की टीम में 15 सदस्य थे, जिन्होंने डीएसपी विक्रांत राही की अगुवाई में आज दोनों बाबू को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। बाहरहाल, एंटी करप्शन टीम के द्वारा जांच पड़ताल के बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है।