देश में गैंगरेप की घटना लगातार बढ़ती (incidence of gang rape cases in india) ही जा रही है। ताजा मामला UP के प्रयागराज का है, जहां के परेड ग्राउंड में 13 साल की नाबालिग के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक 5 लोगों ने तमंचा दिखाकर नाबालिग के साथ कार में गैंगरेप किया। इसके बाद किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। उसे 10 लाख सरकारी अनुदान दिलाने के नाम पर पहले मऊआईमा से प्रयागराज बुलाया गया था। इसके बाद परेड ग्राउंड में ले जाकर उसके साथ दरिंदगी की गई।
वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने उसे कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ पिला दिया था। पीड़ित की मां की शिकायत पर दारागंज पुलिस ने दो नामजद और 3 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पीड़िता की मां ने दारागंज पुलिस को बताया कि वो मऊआईमा के तिलई बाजार की रहने वाली है। वो बीते दिनों प्रयागराज जिला कचहरी अपने निजी काम से गई थी। वहां उनकी मुलाकात विनोद शंकर त्रिपाठी से हुई। उन्होंने अपने आप को एक बड़े अधिकारी का रिश्तेदार बताया और कहा कि वह उसकी बेटी को सरकारी अनुदान के रूप में 10 लाख रुपए दिला देंगे।
इसके बाद विनोद शंकर त्रिपाठी की पीड़िता की मां से कई बार बात हुई। पीड़िता की मां ने कहा कि उसे भरोसा हो गया है कि अच्छे लोग हैं उसे अनुदान मिल जाएगा। इसके बाद 8 मई 2022 को अनुदान दिलाने के लिए इंटरव्यू कराने के नाम पर उसकी बेटी को दो लोग बाइक से प्रयागराज लाए। उसकी बेटी को परेड ग्राउंड में पीपा पुल के पास लेकर गए और कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। और विनोद शंकर त्रिपाठी, रसूलाबाद समेत विजय त्रिपाठी ने उसके साथ रेप किया। इसके बाद बाइक में उसे प्रयागराज ले जाने वाले लोगों ने मुंह दबाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
वीडियो वायरल करने की दी थी धमकी
पीड़िता की मां ने बताया कि उसकी बेटी नशीला पदार्थ पीने के बाद भी पूरी तरह से बेहोश नहीं थी। वह दो आरोपियों विजय त्रिपाठी और विनोद शंकर त्रिपाठी को पहचान रही थी। बाकी को वह देखने पर पहचान सकती है। विनोद ने गैंगरेप के समय उसका अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद मुंह खोलने पर उसे वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद उसे वहीं छोड़कर भाग निकले।
पीड़िता की मां ने पुलिस पर भी लगाया आरोप
आरोप ये भी है कि वह किसी तरह से दारागंज थाने पहुंची, लेकिन उसे डांटकर भगा दिया गया। वह किसी तरह अपने घर पहुंची, लेकिन वो अपनी मां को अपने साथ हुई सामूहिक रेप की बात नहीं बता पाई। उसने पिछले दो-तीन दिनों से गुप्तागों में असहनीय दर्द होने और बार-बार बेहोश होने का कारण पूछे जाने पर रो-रोकर अपने साथ हुई दरिंदगी की बात बताई। पीड़िता की मां ने बताया कि उसने दारागंज थाने में सामूहिक दुष्कर्म का आवेदन दिया, लेकिन उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की जा रही थी। उसे और उसकी नाबालिग बेटी को थाने में 4 घंटे तक बैठाकर रखा। हालांकि दबाव पड़ने पर रविवार देर शाम शिकायत के आधार पर दो नामजद और 3 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले
बता दें कि देश में दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से जारी किए आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2020 में हर दिन बलात्कार के 77 मामले दर्ज किए गए। इस तरह साल 2020 में देश में दुष्कर्म के कुल 28 हजार 046 मामले सामने आए। NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले राजस्थान और उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए।
महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3.71 लाख केस दर्ज
पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 3 लाख 71 हजार 503 मामले दर्ज किए गए, जो 2019 में 4 लाख 05 हजार 326 थे। वहीं 2018 में 3 लाख 78 हजार 236 थे। 2019 में राजस्थान में करीब 6,000 और उत्तर प्रदेश में 3,065 बलात्कार के मामले सामने आए। NCRB के आंकड़ों से पता चलता है कि बीते 10 सालों में महिलाओं के बलात्कार का खतरा 44 फीसदी तक बढ़ गया है। संस्था के आंकड़ों के मुताबिक 2010 से 2019 के बीच पूरे भारत में कुल 3 लाख 13 हजार 289 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं।