छत्तीसगढ़ में गर्मी तेजी से बढ़ रही है। बढ़ती गर्मी ने सभी का जीना हराम कर दिया है। इसी बीच भीषण गर्मी की वजह से स्कूलों में गर्मी की छुट्टी तय समय से पहले हो गई। सरकार ने 24 अप्रैल से स्कूलों की छुट्टी करने का आदेश जारी कर दिया है। अब 15 जून तक स्कूलों में छुट्टी रहेगी। उसके बाद नया शिक्षा सत्र शुरू होगा। स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि प्रदेश में भीषण गर्मी को देखते हुए सरकार ने ये फैसला किया है।
सरकार के फैसले के मुताबिक सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 24 अप्रैल से गर्मी का अवकाश शुरू कर दिया जाएगा। स्कूलों में सिर्फ कुछ विषयों में एंडलाइन असेसमेंट का काम होना है। इसके लिए 25 अप्रैल की तारीख तय हुई है, जो विद्यार्थी स्वेच्छा से स्कूल आना चाहते हैं, उनको 25 अप्रैल को असेसमेंट के लिए ही बुलाया जाएगा। उसके बाद स्कूल अगले शिक्षा सत्र के लिए 15 जून को खुलेंगे।
गर्मी की छुट्टी का यह आदेश सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होगा। बीते तीन दिनों से प्रदेश में गर्मी बढ़ी है। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस हो गया है। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और सरगुजा संभागों के अधिकतर हिस्सो में लू चल रही है। इसकी वजह से अभिभावकों की चिंता बढ़ गई थी। लोगों का कहना था कि जिस गर्मी में वयस्क बेचैन हो जा रहे हैं, उसमें बच्चों का स्कूल जाना खतरनाक हो सकता है।
32 दिनों के गर्मी की छुट्टी
स्कूल शिक्षा विभाग में इस बार गर्मी की छुट्टी कम करने का फैसला किया था। फरवरी में एक आदेश जारी हुआ। इसमें कहा गया कि चालू शैक्षणिक सत्र 31 मार्च 2022 तक की जगह 30 अप्रैल 2022 तक चलेगा। इसके बाद 14 दिन नये शैक्षणिक सत्र की कक्षाएं चलेंगी। उसके बाद 15 मई से 15 जून तक के 32 दिनों के गर्मी की छुट्टी होगी। इससे पहले 46 दिन के ग्रीष्मावकाश की व्यवस्था होती थी। यह एक मई से शुरू होकर 15 जून तक चलनी थी।
गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक का खतरा
गर्मी के मौसम में लोगों के लू से प्रभावित होने की खबरें सामने आती रहती है। सूर्य की तेजी गर्मी के दुष्प्रभाव से शरीर के तापमान नियंत्रण प्रणाली में विपरीत प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण शरीर का तापमान अनियंत्रित होकर अत्यधिक बढ़ जाता है। इससे शरीर में पानी और खनिज मुख्यता नमक की कमी हो जाती है। इस स्थिति को लू लगना या हीट स्ट्रोक के नाम से जाना जाता है। CMHO ने कहा कि लू के लक्षण जैसे चक्कर और सिरदर्द शुरु होते ही मरीज को ठंडे स्थान ले में जाकर इलाज चालू कर देना चाहिए।
आरोग्य सेवा केंद्र से निशुल्क परामर्श
ढीले-ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनना बेहतर होगा, जो पूरे शरीर को ढक कर रखें। वाहन चालकों को धूप के चश्में शील्ड और हेलमेट का उपयोग करना चाहिए। शुद्ध पानी और पेय पदार्थ का ही सेवन करना चाहिए। गर्म से ठंडे और ठंडे स्थान से गर्म स्थानों पर तुरंत नहीं जाना चाहिए। साथ ही खुले बासे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। प्रारंभिक सलाह के लिए 104 आरोग्य सेवा केंद्र से निशुल्क परामर्श लिया जा सकता है। उल्टी, सर दर्द, तेज बुखार की दशा में निकट के अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र से जरूरी सलाह लेना चाहिए।