निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या (Nirbhaya gang-rape and murder) की घटना को 9 साल बीत (9 years of nirbhaya scandal) चुके हैं, लेकिन फिर भी महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या (Number of crimes against women) में कमी नहीं आ रही है। इसी बीच छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में एक बार फिर निर्भया जैसी दरिंदगी दोहराई गई है।
यह दरिंदगी डभरा थाना क्षेत्र में हुई है, जहां 58 साल की एक मानसिक दिव्यांग महिला के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी की गई है। महिला के बाल पकड़ कर खींचे गए। उससे दुष्कर्म किया गया। इसके बाद आरोपी ने महिला के गुप्तांग में रॉड डाल दी। विरोध करने पर आरोपी ने उसे लात-घूंसों से पीटा और पत्थर पर सिर पटक कर उसकी जान ले ली। जिले में 5 दिन पहले बुजुर्ग महिला की हुई हत्या मामले में डभरा पुलिस ने ये खुलासा किया है। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक डभरा नगर की रहने वाली पीड़िता मानसिक रूप से दिव्यांग थी। रात को वो कहीं भी सड़क किनारे सो जाया करती थी और लोग उसे खाना दे देते थे। बुधवार सुबह लोगों ने देखा कि वो गंभीर हालत में सड़क पर पड़ी हुई है। उसके शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे। इस पर लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
CCTV फुटेज के आधार पर हुआ खुलासा
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और महिला की मौत को हादसा मान कर केस दर्ज किया। इसी बीच डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि महिला की आंखों के आसपास ब्लैक स्पॉट हैं, जो बिना मारे या चोट लगे किसी हादसे से नहीं हो सकते हैं। डॉक्टरों ने इस पर हत्या का संदेह जताया। इसके बाद पुलिस ने जांच बदली। शव मिलने वाली जगह पर लगे CCTV के फुटेज चेक किए गए, जिसमें एक युवक महिला को घसीटकर ले जाते हुए दिखाई दिया।
थाना प्रभारी ने दी जानकारी
पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि 5 अप्रैल की रात करीब 2 बजे आरोपी किशन यादव पहुंचा। वो महिला के बाल पकड़कर मकान के बगल में ले गया और उसके सिर को पत्थर से पटक दिया। साथ ही हाथ-घूंसे से आंख पर भी वार किया। थाना प्रभारी डीआर टंडन ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि आरोपी किशन यादव सनकी जैसा है। CCTV फुटेज के आधार पर स्थानीय लोगों ने आरोपी की पहचान की थी।
पुलिस ने तीन दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में किशन ने पुलिस को बताया कि वह महिला को रात में अकेला देख सूनसान स्थान पर ले गया और दुष्कर्म किया। इसके बाद भी वह चिल्लाती रही और उसे धक्का दे रही थी। इस पर उसने लोहे की रॉड महिला के गुप्तांग में डाल दी। उसके चेहरे पर लात-घूंसों से मारा और सिर पर पत्थर पटक दिया। बेहोश हो गई तो वह भाग निकला। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। बता दें कि इससे पहले महासमुंद जिले के भैंसाखुरी गांव में ऐसी ही घटना हुई थी।
साल 2012 में हुआ था निर्भया कांड
साल 2012 दिल्ली सामूहिक बलात्कार मामला भारत की राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को हुई एक बलात्कार और हत्या की घटना थी, जो भारतीय मीडिया के त्वरित हस्तक्षेप के कारण सबके सामने आई थी। 16-17 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली में एक चलती बस में 6 लोगों ने 23 वर्षीय फिजियोथेरेपी इंटर्न के साथ बलात्कार किया और फिर उसे सड़क पर फेंक दिया। 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पीड़िता को निर्भया के नाम से जाना गया। इस मामले में इसी साल छह में से चार दोषियों को मौत की सजा दे दी गई।