मस्तूरी नायब तहसीलदार द्वारा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के खिलाफ आचरण के मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर बिलासपुर ने उन्हें तत्काल प्रभाव से आगामी आदेश तक जिला कार्यालय भू-अभिलेख शाखा में संलग्न कर दिया है। कलेक्टर ने नायब तहसीलदार मस्तूरी के खिलाफ तत्काल प्रभाव से निलंबित करने और उन पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव बिलासपुर संभाग के कमिश्नर को भेजा है।
बिलासपुर जिले के मस्तूरी तहसील कार्यालय में पदस्थ नायब तहसीलदार रमेश कुमार कमार का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उनका आचरण शासकीय सेवक के आचरण के विपरीत है। कलेक्टर बिलासपुर द्वारा इस संबंध में बिलासपुर संभाग के कमिश्नर को भेजे पत्र में उल्लेख किया गया है कि अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मस्तूरी द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि 4 अप्रैल 2022 कार्यालयीन दिवस सोमवार को तहसील मस्तूरी में पदस्थ रमेश कुमार कमार, नायब तहसीलदार मस्तूरी का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें नायब तहसीलदार द्वारा शासकीय सेवक के विपरीत आचरण किया गया है।
वायरल वीडियो के सामने आने के बाद कार्रवाई
उस वीडियो के अभिप्रमाणन साक्षी मीना नेताम, मनीष मिश्रा, सहायक ग्रेड-3 और रूपचंद राय सामान्य नागरिक उपस्थित थे। साक्षियों के कथन और प्रतिवेदन से यह स्पष्ट है कि घटना रमेश कुमार कमार द्वारा न्यायालय नायब तहसीलदार मस्तूरी में कारित की गई है। कमार का ये कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम-1965 के नियम-3 के उल्लंघन में दंडनीय होने और उस घटना से शासन-राजस्व न्यायालय की छवि धूमिल होना प्रतिवेदित करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
निलंबन के लिए कमिश्नर को भेजा गया प्रस्ताव
कलेक्टर बिलासपुर ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के प्रतिवेदन के आधार पर लोकहित में रमेश कुमार कमार नायब तहसीलदार मस्तूरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने और कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का प्रस्ताव अनुशंसा सहित कमिश्नर बिलासपुर को भेजा है।