Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

आत्महत्या को गलत बताने वाले छात्र ने दी जान, 6वीं की छात्रा ने भी की खुदकुशी

देश में आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। वहीं युवाओं के बाद 14-19 एज ग्रुप वाले भी खुदकुशी जैसे घातक कदम उठाने लगे हैं। ताजा मामला MP के इंदौर का है, जहां एक कॉलेज स्टूडेंट ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। खुदकुशी करने वाले छात्र ने सुसाइड को गलत बताया था। दरअसल, दो दिन पहले कॉलोनी की एक युवती ने सुसाइड कर लिया था, जिसे छात्र ने कमजोर बताया था। खुदकुशी के वक्त छात्र का कम्प्यूटर ऑन था और वह घर पर अकेला था। पुलिस का कहना है कि फांसी लगाने से पहले छात्र किसी से फोन पर बात कर रहा था।

पुलिस के मुताबिक घटना रूपराम नगर की है, जहां रहने 19 साल के दिव्यांशु यादव ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। वो रेडिएंट कॉलेज में सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। सुबह उसने पिता से सिटी बस के पास बनवाने के लिए 300 रुपए मांगे थे और दोस्त के साथ कलेक्टर ऑफिस जाने को कहा था, लेकिन वह घर से नहीं निकला। फिर दिन में उसने फांसी लगा ली। दिव्यांशु की मां संगीता अपने पिता के घर सीहोर गई थी। बेटे की मौत की सूचना मिलते ही वह तुरंत इंदौर पहुंची।  

मृतक के चाचा ने बताया कि दिव्यांशु सुसाइड को गलत मानता था। दो दिन पहले क्षेत्र में सुसाइड करने वाली एक युवती को लेकर वह परेशान था। वह कह रहा था कि सुसाइड करना कायरों का काम है। इसके लिए बहुत निगेटिव एनर्जी चाहिए। आज उसकी मौत की खबर सुनकर बड़ा दुख हो रहा है। दिव्यांशु अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसे मां संगीता अपने साथ सीहोर ले जाना चाह रही थी, लेकिन वह नहीं गया। पुलिस के मुताबिक दिव्यांशु के पास से मोबाइल मिला है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। साथ ही उसे अनलॉक कराने के लिए IT एक्सपर्ट से मदद मांगी गई है।

6वीं की छात्रा ने की आत्महत्या 

इधर, छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 6वीं में पढ़ने वाली छात्रा ने खुदकुशी कर ली है। वह एक दिन पहले ही बारात से लौटी थी। अगले दिन उसने घर की बाड़ी में जाकर कीटनाशक पी लिया है, जिससे उसकी मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक पत्थरी ग्राम पंचायत के सरपंच सहसराम धनवर के घर पर रविवार को किसी की शादी थी। इसी के चलते बारात रविवार को किसी गांव में गई थी। 

सोमवार शाम को ही बारात लौटी थी। इसके बाद सब कुछ ठीक था, लेकिन मंगलवार सुबह सहसराम की 14 साल की बेटी प्रिया धनवर ने घर की बाड़ी में जाकर खेत में छिड़कने वाला कीटनाशक पी लिया। ये सब कुछ मंगलवार सुबह हुआ। उस वक्त बाड़ी में प्रिया अकेली थी, लेकिन जैसे ही उसने कीटनाशक पिया। उसके कुछ ही समय बाद वह बार-बार उल्टी करने लगी। उसके परिजनों ने ये सब देख लिया, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

आत्महत्या का कारण अज्ञात 

इधर, लड़की की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इस बात की सूचना पुलिस को भी दी थी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर गई थी। इसके बाद उसके परिजनों से पूछताछ शुरू की। परिजनों का कहना है कि सोमवार को सब कुछ ठीक था। रात में सबने साथ में खाना खाया था। हमें कुछ पता नहीं कि प्रिया ने ऐसा कदम क्यों उठाया है। प्रिया मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी नहीं करती थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। 

बच्चे भी उठाने लगे प्राणघातक कदम

वहीं देश में आत्महत्या के घटनाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। केंद्र सरकार के एक आंकड़े के मुताबिक देश में साल 2017-19 के बीच 14-18 एज ग्रुप के 24 हजार से ज्यादा बच्चों ने आत्महत्या की है, जिनमें परीक्षा में फेल होने से आत्महत्या करने के 4 हजार से ज्यादा मामले शामिल हैं। संसद में हाल में पेश नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक 14-18 एज ग्रुप के कम से कम 24 हजार 568 बच्चों ने साल 2017-19 के बीच आत्महत्या की है।

इन राज्यों के है सबसे ज्यादा आंकड़े

आत्महत्या करने वालों में 13 हजार 325 लड़कियां शामिल हैं। अगर इन्हें साल के हिसाब से देखा जाए तो 2017 में 14-18 एज ग्रुप के कम से कम 8029 बच्चों ने आत्महत्या की थी, जो 2018 में बढ़कर 8,162 हो गई और 2019 में यह संख्या बढ़कर 8377 हो गई। इस एज ग्रुप में आत्महत्या के सबसे ज्यादा मामले मध्यप्रदेश से सामने आए, जहां 3 हजार 115 बच्चों ने खुदकुशी की। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 2802, महाराष्ट्र में 2527 और तमिलनाडु में 2035 बच्चों ने आत्महत्या की है।

NCRB के आंकड़े चौकने वाले

NCRB के आंकड़ों में कहा गया कि 4046 बच्चों ने परीक्षा में फेल होने की वजह से और 639 बच्चों ने विवाह से जुड़े मुद्दों पर आत्महत्या की। इनमें 411 लड़कियां शामिल हैं। इसके अलावा 3315 बच्चों ने प्रेम संबंधों के चलते और 2567 बच्चों ने बीमारी के कारण, 81 बच्चों ने शारीरिक शोषण से तंग आ कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के पीछे किसी प्रियजन की मौत, नशे का आदी होना, गर्भधारण करना, सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होना, बेरोजगारी, गरीबी जैसे वजह भी बताई गईं।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.