जम्मू-कश्मीर में आतंकी अपनी कायराना करतूत से बाज नहीं आ रहे हैं। घाटी से आए दिए आतंकी हमले और नागरिकों की हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग का मामला सामने आया है। श्रीनगर के नौगाम में आतंकियों ने दो मजदूरों पर फायरिंग की है, जिन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक शाम करीब 7:50 बजे श्रीनगर के नौगाम इलाके में एक आतंकी वारदात की जानकारी मिली, जहां आतंकवादियों ने दो बाहरी मजदूरों पर गोलीबारी की थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की। आतंकियों ने बंगाल के दो मजदूरों नजमुल-इस्लाम और अनिकुल-इस्लाम पर फायरिेंग की थी। दोनों नौगाम के सुथसू कलां इलाके में रहते हैं। गोली लगने के बाद दोनों घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
बिहार के दो मजदूर घायल
वहीं इससे पहले पुलवामा जिले में आतंकवादियों के हमले में बिहार के दो मजदूर घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि पुलवामा के लाजूरा में सोमवार दोपहर यानी 4 अप्रैल को आतंकवादियों ने पटलेश्वर कुमार और जाको चौधरी पर गोलियां चलाई। दोनों बिहार के रहने वाले हैं। आतंकवादियों ने रविवार की शाम यानी 3 अप्रैल को पुलवामा के नौपोरा इलाके में दो गैर-स्थानीय मजदूरों को गोली मार दी थी। दोनों पंजाब के रहने वाले थे। जम्मू कश्मीर में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं।
दिसंबर में 2 पुलिसकर्मियों की हत्या
इससे पहले उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा में दिसंबर में भी आतंकियों ने कायराना हरकत की थी। आतंकियों के कायराना हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी। एक अधिकारी ने बताया कि 10 दिसंबर की शाम आतंकवादियों ने गुलशन चौक पर पुलिस के एक दल पर गोलियां चलाईं। गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए और उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इस हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा था कि आतंकियों को ढूंढकर ठिकाने लगाया जाएगा।
DGP दिलबाग सिंह ने दी थी जानकारी
DGP दिलबाग सिंह ने कहा था कि आतंकवादियों और पाकिस्तानी तत्वों को इससे दर्द हो रहा है और जब कोई स्थानीय लोगों और आतंकवादियों के बीच आता है तो वे परेशान हो जाते हैं। डीजीपी ने कहा, पुलिस आतंकवादियों से लोगों की रक्षा के लिए काम कर रही है। पुलिस और सेना, बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल), सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के हमारे जवान संयुक्त रूप से आतंकवादियों को दूर रख रहे हैं। यही उनकी (आतंकवादियों) हताशा है जिसकी वजह से ये हत्याएं हो रही हैं। हम उनको जवाब देंगे।