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प्राकृतिक आपदाओं के प्रकरण निपटाने में महासमुंद रहा सबसे आगे

महासमुंद: कलेक्टर  जनचौपाल और सिंगल विंडो सेवा के माध्यम से लोग सीधे अपने प्रकरणों की स्थिति जान पा रहे हैं और निराकरण भी हो रहा है। इसके अलावा आमजन  शासन की  हितकारी लाभकारी सेवा का लाभ उठा पा रहे है। महासमुंद तहसील में प्राराकृतिक आपदा नैसर्गिक विपत्तियों के कारण से मृत होने वाले व्यक्ति के परिजनों को 4 लाख रुपए की आर्थिक अनुदान राशि दिए जाने का प्रावधान है। बीते कई महीने से प्रक्रियाधीन 25 प्रकरणों का निराकरण कर परिजनों को एक करोड़ रुपए  की आर्थिक अनुदान राशि दी गई। 

वहीं कोविड में हुए मृत्यु वाले सदस्यों के परिवारों को समयसीमा से भी पहले 50 हजार रुपए प्रति परिवार प्रदान करने में तहसील महासमुंद सबसे आगे रहा है। इन प्रकरणों का जल्द निपटारा करने में सिंगल विंडो का प्रयोग किया गया और 3 महीने में ही 305 पारिवारिक सदस्यों को 1.52 करोड़ रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराने का प्रकरण स्वीकृत कर राशि दी गई । आपदा में सहायता पहुंचाने में तहसील महासमुंद सबसे आगे रहा। बीते 4 महीने में  2 करोड़ 52 लाख रुपए पीड़ित परिजनों दिए गए । 

एसडीएम भागवत जायसवाल ने दी जानकारी

एसडीएम भागवत जायसवाल ने बताया कि किसी भी घटना या आवेदन की जांच संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार द्वारा करा कर प्रतिवेदन SDM के अनुशंसा सहित कलेक्टर को किए जाने पर स्वीकृति प्रदान की जाती है। किसी व्यक्ति के घटना,दुर्घटना में असामयिक मृत्यु होने पर घटना दिनांक के 4 महीने के अंदर निर्धारित प्रारूप में आवेदन प्रस्तुत किए जाने पर हल्का पटवारी से प्रतिवेदन साक्ष्य का कथन ,पुलिस  अंतिम समीक्षा रिपोर्ट मृत्यु प्रमाण पत्र लिया जाकर आर्थिक सहायता राशि प्रदान किए जाने का प्रावधान है।

1 करोड़ रुपए की आर्थिक अनुदान

वहीं तकनीकी कारणों से या रिपोर्ट प्राप्त नही होने की दशा में प्रकरणों के निराकरण की प्रक्रिया में समय लगता है,  लेकिन इसमें आनी वाली गतिरोध को दूर करते हुए प्रकरण का जल्द निपटारा करने के लिए जनदर्शन और अन्य माध्यमों से तहसील महासमुंद अंतर्गत 1 साल के अंदर पात्र कुल 25 विपत्ति ग्रस्त परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक अनुदान राशि उपलब्ध कराई गई है, ताकि ऐसे संकट परिवारों को सहायता प्रदान की जा सके।

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