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गड्‌ढे में डूबने से सगे भाई-बहन की मौत, नहाने के दौरान हुआ हादसा

छत्तीसगढ़ हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रदेश में किसी न किसी दुर्घटना की खबर रोजाना सामने आ रही है। ताजा मामला  कांकेर के आमाबेड़ा थाना क्षेत्र का है, जहां गड्‌ढे में डूबने से भाई-बहन की मौत हो गई है। हादसे के समय बच्चों के माता-पिता अपने काम पर गए थे। वापस लौटे तो दोनों के शव खेत में बने पानी से भरे गड्‌ढे में मिले। बताया जा रहा है कि दोनों बच्चे नहाने के लिए गए थे। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए।  

किसकोड़ो गांव के रहने वाले अमरसिंह गावड़े अपनी पत्नी के साथ काम पर गए हुए थे। बड़ा बेटा संदीप बकरी चराने जंगल की ओर चला गया। घर में 8 साल की संध्या और 5 साल का अर्जुन था। बताया जा रहा है कि घर से कुछ दूर खेत में बने डबरीनुमा गड्‌ढे में दोनों नहाने के लिए गए थे। शाम को जब बड़ा भाई घर आया तो दोनों बच्चे घर में नहीं दिखे। उसने तुरंत इसकी जानकारी अपने माता-पिता को दी।

डूबने से हुई बच्चों की मौत: TI

इसके बाद पिता और बड़ा भाई दोनों बच्चों को तलाश करते हुए गड्‌ढे के पास पहुंचे। वहां अर्जुन का शव पानी पर तैरता मिला। उसके और संध्या के कपड़े गड्‌ढे के बाहर पड़े थे। पिता ने तत्काल बांस और डंडे की मदद से गड्ढे में संध्या की तलाश शुरू की। कुछ देर में उसकी भी लाश ऊपर आ गई। दोनों के शव निकालकर पुलिस को सूचना दी गई। थाना प्रभारी भोजराम ध्रुव ने बताया बच्चों के पानी में डूबने से मौत हुई है। 

डूबने से लगातार हो रही बच्चों की मौत 

बता दें कि कांकेर जिले में डूबने से लगातार बच्चों की मौत की घटनाएं सामने आ रही है। 9 अप्रैल 2020 को रावस गांव में नहाने गई 4 सगी बहन एक डबरी में एक साथ डूब गई थी। वहीं 2019 में बांदे गौतम नगर में दो स्कूली छात्रों की मौत हो गई थी। 2018 में भानुप्रतापपुर के ही सटेली प्राथमिक शाला में संविलियन की खुशी में पार्टी के दौरान दो छात्रों की डूबने से मौत हो गई थी। साल 2017 में भानुप्रतापपुर भीरागांव के मालापारा प्राथमिक शाला के तीन बच्चे छुट्टी होते ही स्कूल से तालाब नहाने चले गए थे। इस हादसे में सगे भाई बहन समेत तीन छात्रों की मौत हो गई थी। प्रदेशभर में ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही है।

झारखंड में हुआ था ऐसा ही हादसा

बता दें कि 9 नवंबर को झारखंड के पलामू जिले में ऐसा ही हादसा हुआ था, जहां पायल नदी के छठ घाट में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक छठ स्नान के दौरान डूबने से दोनों बच्चों की मौत हो गई थी। पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चे राजहारा गांव के राजू भुईयां के बेटे थे। राजू भुईयां के साले की पत्नी राजहारा स्थित छठ घाट पर छठ स्नान और पूजा करने गई थी और उसके साथ राजू की पत्नी और बच्चे भी गए थे। वहीं गिरिडीह के मंगरोडीह गांव में भी ऐसा ही हादसा हुआ था। यहां छठ महापर्व को लेकर स्नान करने गई महिलाओं के साथ गए 4 बच्चों की नदी में डूबने से मौत हो गई थी।

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