मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत धमतरी में नगरी के शीतला माता मंदिर परिसर में 22 जोड़े का विवाह वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न हुआ। ये कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव उपस्थित थीं। उन्होंने सभी नवयुगल दंपतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि समाज के फिजूलखर्ची आडम्बरों के चलते कई ऐसे परिवार हैं, जिन्हें विवाह जैसा समारोह आयोजित करने में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि प्रदेश के संवेदनशील मुखिया भूपेश बघेल ने समाज के ऐसे ही तबके के लोगों को आर्थिक बोझ से उबारने और कुरीतियों को हतोत्साहित करने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू की। सिहावा विधायक ने सभी उपस्थित लोगों का आह्वान करते हुए उक्त योजना का लाभ लेते हुए इस पुण्य कार्य का भागीदार बनने की अपील की। इस अवसर पर एसडीएम नगरी चंद्रकांत कौशिक, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास नगरी समेत स्थानीय जनप्रतिनिधिगण और विभिन्न समाज के पदाधिकारी मौजूद थे।
क्या है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना
इस योजना को छत्तीसगढ़ सरकार ने शुरू किया है। इस योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की कन्या के विवाह पर सरकार द्वारा 25000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। छत्तीसगढ़ के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इस योजना का संचालन किया जाता है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए कन्या की आयु 18 या फिर 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए। इसके अलावा इस योजना का लाभ सिर्फ एक परिवार की 2 कन्याएं ही उठा सकती हैं।
सामूहिक विवाह का आयोजन
इस योजना के माध्यम से सामूहिक विवाह का आयोजन भी करवाया जाता है। छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत विधवा, अनाथ या निराक्षित कन्याओं को भी शामिल किया गया है। इस योजना के माध्यम से परिवार को विवाह के समय आने वाली आर्थिक कठिनाइयों से निवारण मिलेगा। इसके अलावा ये योजना विवाह में होने वाली फिजूलखर्ची रोकने में भी कारगर साबित होगी। सरकार का कहना है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के माध्यम से लाभार्थियों के सामाजिक स्थिति में भी सुधार आएगा और सादगी पूर्ण विवाह को बढ़ावा, सामूहिक विवाह का प्रोत्साहन समेत शादी में दहेज की लेनदेन पर रोकथाम भी होगी।