देश में बच्चियों और महिलाओं पर होने वाले अपराध लगातार बढ़ जा रहे हैं। रोजाना देश के अलग-अलग राज्यों से दुष्कर्म (rape in Assam) की खबरें सामने आ रही है। ताजा मामला असम के हैलाकांडी जिले का है, जहां हैलाकांडी में एक 15 साल के नाबालिग ने अपने पड़ोस में रहने वाली 6 साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी। बच्ची 9 फरवरी से लापता थी। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। इसी दौरान उसका शव 12 फरवरी को पास के एक जंगल से बरामद किया गया। इस घटना को अंजाम देने वाले 15 साल के लड़के को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना हैलाकांडी जिले के सुल्तानीचेरा इलाके की है।
पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला है कि 9 फरवरी को बच्ची गायब होने से पहले मोहल्ले के अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। इसी दौरान वो लापता हो गई। जब हर जगह तलाशी ली गई, तब 12 फरवरी को उसका शव पास के वन क्षेत्र से बरामद किया गया। पुलिस का कहना है कि मारने से पहले आरोपी ने उसे बुरी तरह से घायल किया था। पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए हैलाकांडी सिविल अस्पताल भेज दिया गया है।
आरोपी के पिता ने की थी सबूत मिटाने की कोशिश
पुलिस ने बताया कि आरोपी के अलावा उसके पिता को भी अपने बेटे का साथ देने और अपराध के सबूत मिटाने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। घटना के बाद असम राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर सुनीता चक्रवर्ती के निर्देश पर गुवाहाटी से एक टीम हैलाकांडी पहुंची, जिसने मामले की जांच की और संबंधित लोगों से पूछताछ की। ACPCR के एक सदस्य अजय कुमार दत्ता ने कहा कि वे अन्य बच्चों के घर गए जो लड़की के गायब होने के समय मौजूद थे। उन्होंने परिवार के सदस्यों और बच्चों से अलग-अलग पूछताछ की। पूछताछ के दौरान पुलिस की टीम सादे कपड़ों में पहुंची थी।
पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझाया मामला
दत्ता ने बताया कि पूछताछ के दौरान हमने देखा कि एक परिवार बहुत ही अजीब ढंग से व्यवहार कर रहा था और इस परिवार में शामिल एक लड़का घोल-मोल अंदाज में बात कर रहा था।' उन्होंने ये भी पाया गया कि पूछताछ के समय उनके घर में बहुत से रिश्तेदार रह रहे थे। इससे हमें अपराधी की पहचान करने का तरीका खोजने में काफी मदद मिली। दत्ता ने कहा कि आरोपी की ये एक बहुत ही चतुर चाल थी। हालांकि ACPCR और पुलिस ने मिलकर मामले की जांच की और 24 घंटे के अंदर इसे सुलझा लिया। पुलिस ने बताया कि लड़के को कई गंभीर आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है। वो नाबालिग है इसलिए प्रक्रिया किशोर न्याय अधिनियम के मुताबिक चलेगी। दत्ता ने ये भी कहा कि लड़के का पिता भी बच्ची की हत्या के अपराध में शामिल हो सकता है। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले
बता दें कि देश में दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से जारी किए आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2019 में हर दिन बलात्कार के 88 मामले दर्ज किए गए। साल 2019 में देश में बलात्कार के कुल 32 हजार 033 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 11 फीसदी पीड़ित दलित समुदाय से हैं। NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले राजस्थान और उत्तर प्रदेश से दर्ज हुए। 2019 में राजस्थान में करीब 6,000 और उत्तर प्रदेश में 3,065 बलात्कार के मामले सामने आए। NCRB के आंकड़ों से पता चलता है कि बीते 10 सालों में महिलाओं के बलात्कार का खतरा 44 फीसदी तक बढ़ गया है। संस्था के आंकड़ों के मुताबिक 2010 से 2019 के बीच पूरे भारत में कुल 3 लाख 13 हजार 289 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं।