छत्तीसगढ़ के कई जिलों के मौसम में एक बार फिर बदलाव देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग इसकी संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 दिनों के दौरान छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। तापमान में गिरावट से प्रदेश में ठंड और बढ़ सकती है।
गुरुवार रात को प्रदेश के बिलासपुर संभाग के कुछ हिस्सों में हुई बारिश की वजह से ठंड में बढ़ोतरी हुई है। पेंड्रा इलाके में देर रात बारिश के बाद तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया। बारिश की वजह से कई इलाकों में बिजली गुल रही। मौसम विभाग के मुताबिक बिलासपुर संभाग के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। मौसम विभाग ने बताया कि अरब सागर से नमी युक्त पश्चिमी हवा और बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त दक्षिणी हवा का संगम क्षेत्र पूर्वी मध्य प्रदेश में बनने की संभावना है, जो पूर्व कि ओर आगे बढ़ने की संभावना है, जिसके कारण प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी और तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
शीतलहर से इस तरह बचें
शीतलहर से बचने के लिए जहां तक संभव हो, बाहर न निकलें। अगर बाहर निकलना है तो पूरी तरह से शरीर को गर्म कपड़े से ढक लें। ठंडी हवा से बचाव के लिए गैर जरूरी यात्राओं से बचें। खुद को सूखा रखें। अगर भीग गए तो शरीर की गर्मी को बचाने के लिए तुरंत कपड़े बदलें। सर्दी में भी शरीर को पानी की जरूरत होती है, इसलिए पर्याप्त पानी पिएं। गर्म पेय का सेवन करें। शीतलहर से बचने के लिए शराब न पीएं। अल्कोहल आपके शरीर का तापमान कम कर देता है यह खतरनाक होगा। शीतलहर के दौरान अगर आपके हाथ-पैर में ज्यादा ठंड लगती है तो इसे रगड़ने के बजाय गुनगुने पानी में रखें। अगर हाथ या पैर का रंग काला पड़ गया है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इस तरह आप अपने आप को शीतलहर से बचा सकते हैं।