छत्तीसगढ़ में सबको सस्ती बिजली, सरकार की योजनाओं का मिल रहा फायदा

किसी देश या राज्य के जीवन स्तर का अंदाजा वहां के निवासियों द्वारा की जाने वाली विद्युत खपत को देखकर लगाया जाता है। विकसित देशों में प्रति व्यक्ति विद्युत की खपत बहुत ज्यादा होती है। देश में पावर हब की पहचान बना चुके छत्तीसगढ़ में लगातर प्रति व्यक्ति विद्युत खपत में बढ़ोत्तरी हो रही है। नई राज्य सरकार ने यहां के लोगों के जीवन स्तर में तेजी से बदलाव और विद्युत सुविधाओं का लाभ दिलाने के लिए विद्युत अधोसंरचना को न सिर्फ मजबूत बनाया है, वहीं आम जन के लिए सस्ती बिजली की उपलब्धता भी सुनिश्चित की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि राज्य के संसाधनों का लाभ प्रदेशवासियों को मिलना चाहिए। छत्तीसगढ़ में मौजूद कोयले के विपुल भंडार पर आधारित ताप बिजली संयंत्रों की श्रृंखला प्रदेश में स्थापित की गयी है, जिसके बदौलत देश के बिजली हब की पहचान प्रदेश को मिली है। मुख्यमंत्री बघेल ने हॉफ बिजली बिल योजना लागू कर 400 यूनिट बिजली आधे रेट में देने की व्यवस्था की है। इस योजना ने लोगों को महंगाई के इस दौर में राहत देने के साथ प्रति व्यक्ति बिजली की खपत में बढ़ोत्तरी दर्ज करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के संकल्प को पूरा करने के लिए न सिर्फ विद्युत अधोसंरचना को मजबूत बनाने की पहल की गई है बल्कि किसानों, उद्योगों को भी विद्युत की दरों में रियायत दी जा रही है। इन सबका परिणाम यह हुआ कि छत्तीसगढ़ के आर्थिक विकास का पहिया तेज गति से घूम रहा है।




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