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देश में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 150 करोड़ के पार, छत्तीसगढ़ में सवा करोड़ से ज्यादा को लगे दोनों टीके

देश ने फिर नया इतिहास रच दिया है। भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 150 करोड़ के पार पहुंच गया है। इस अवसर पर PM नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर देश को बधाई दी है। Co-Win डैशबोर्ड के मुताबिक शुक्रवार रात 11 बजे तक देश में 150 करोड़ 63 लाख 30 हजार से ज्यादा डोज दिए जा चुके थे। इधर, 3 जनवरी से शुरू हुए 15 से 17 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन का आंकड़ा भी पांच दिनों में 2 करोड़ डोज के पार हो गया। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक मुकाम बताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि देश की 90% वयस्क आबादी को दो डोज लगाए जा चुके हैं और 3 जनवरी से अब तक 15 से 17 साल के लगभग 1.68 करोड़ बच्चों को एक डोज दिया जा चुका है। यह उपलब्धि पूरे देश की है। हर राज्य सरकार की है। पीएम मोदी ने देश के वैज्ञानिकों, वैक्सीन निर्माताओं और स्वास्थ्य मंत्रालय को भी शुक्रिया कहा। उन्होंने कहा कि यह सभी के मिले-जुले प्रयासों का नतीजा है कि हम शून्य से इस शिखर तक पहुंचे हैं। 

देश में बीते साल 16 जनवरी से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी। सरकार ने पिछले साल अगस्त में दिसंबर तक 216 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने का टारगेट तय किया था। तय टारगेट के मुकाबले अब तक देश में 150 करोड़ डोज ही लगाए गए हैं। शुरुआती 20 करोड़ डोज 131 दिन में लगाए गए थे। अगले 20 करोड़ डोज 52 दिन में लगा दिए गए। इसके बाद 40 से 60 करोड़ डोज देने में 39 दिन ही लगे।

कैंपेन को तेज करने से 60 करोड़ से 80 करोड़ डोज तक पहुंचने में महज 24 दिन लगे। इसके बाद 80 करोड़ से 100 करोड़ डोज तक पहुंचने में 31 दिन लगे। अब 100 से 150 करोड़ वैक्सीन डोज होने में 78 दिन लगे। इस लिहाज से देखें तो अब वैक्सीनेशन की रफ्तार कम हो गई है। अगर इसी रफ्तार से वैक्सीनेशन होता रहा तो देश में बाकी 66 करोड़ वैक्सीन डोज लगने में करीब 102 दिन और लगेंगे यानी 19 अप्रैल 2022 के आसपास ये आंकड़ा हम पार कर सकते हैं।

छत्तीसगढ़ में सवा करोड़ से ज्यादा को लगे दोनों टीके 

छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों का तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। प्रदेश की सवा करोड़ से अधिक आबादी को कोरोना से बचाव का दोनों टीका लगाया जा चुका है। यहां के एक करोड़ 25 लाख 49 हजार 361 नागरिकों को कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक दी जा चुकी है। ये प्रदेश में टीकाकरण के लिए पात्र 18 साल से ज्यादा की आबादी का 64 प्रतिशत है।

राज्य में 18 साल से ज्यादा के 97 प्रतिशत और 15 से 18 साल की 38 प्रतिशत जनसंख्या को पहला टीका लग चुका है। यहां 18 साल से ज्यादा के एक करोड़ 91 लाख 36 हजार 892 नागरिकों और 15 से 18 साल के 6 लाख 18 हजार 089 किशोरों को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया जा चुका है। दोनों आयु वर्गों में पहली और दूसरी, दोनों खुराकों को मिलाकर प्रदेश भर में अब तक कुल तीन करोड़ 23 लाख 4 हजार 342 टीके लगाए गए हैं।

छत्तीसगढ़ में 38 प्रतिशत किशोरों को लगा टीका

कोरोना से बचाव के लिए छत्तीसगढ़ में 15 से 18 साल के किशोरों का तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है।  3 जनवरी को इस आयु वर्ग के टीकाकरण की शुरूआत के बाद पहले चार दिनों में ही कुल लक्ष्य के 38 प्रतिशत किशोरों को टीका लगाया जा चुका है। मुंगेली, राजनांदगांव, धमतरी और महासमुंद जिले में शुरूआती चार दिनों में ही कुल लक्ष्य के आधे से ज्यादा किशोरों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं बालोद, बेमेतरा, कांकेर, गरियाबंद और कोंडागांव भी इसके करीब है। प्रदेश में कुल 16 लाख 39 हजार 811 किशोरों के टीकाकरण के लक्ष्य के खिलाफ अब तक 6 लाख 18 हजार 089 को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया जा चुका है।

सभी जिलों में बनाए गए टीकाकरण साइट्स में किशोर-किशोरी उत्साह से पहुंचकर टीका लगवा रहे हैं। साल 2005, 2006 और 2007 में पैदा हुए किशोरों का इन केंद्रों में टीकाकरण किया जा रहा है। 3 जनवरी से 6 जनवरी के बीच मुंगेली जिले में कुल लक्ष्य के 67 प्रतिशत, राजनांदगांव में 57 प्रतिशत, धमतरी में 56 प्रतिशत और महासमुंद में 51 प्रतिशत किशोरों का टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं बालोद और बेमेतरा में 15 से 18 साल के 48-48 प्रतिशत, कांकेर में 47 प्रतिशत, गरियाबंद में 46 प्रतिशत, कोंडागांव में 45 प्रतिशत और बलौदाबाजार में 40 प्रतिशत बच्चों को टीका लगाया जा चुका है।

रायगढ़ में 29 हजार 686 किशोरों को टीका

कोरोना सक्रंमण से बचाव के लिए अब तक मुंगेली जिले में 32 हजार 737, राजनांदगांव में 54 हजार 980, धमतरी में 27 हजार 180, महासमुंद में 32 हजार 993, बालोद में 23 हजार 625, बेमेतरा में 26 हजार 672, कांकेर में 21 हजार 471, गरियाबंद में 17 हजार 162, कोंडागांव में 16 हजार 327, बलौदाबाजार में 37 हजार 526, दुर्ग में 41 हजार 064, बिलासपुर में 40 हजार 200, दंतेवाड़ा में 6242 और रायगढ़ में 29 हजार 686 किशोरों को टीका लगाया गया है।

रायपुर में 46 हजार 272 किशोरों को टीका

टीके की पहली खुराक रायपुर जिले में 46 हजार 272 किशोरों को, जांजगीर-चांपा में 32 हजार 836 को, जशपुर में 16 हजार 099, सूरजपुर में 15 हजार 041, कवर्धा में 17 हजार 054, कोरिया में 11 हजार 737, बलरामपुर में 13 हजार 563, सरगुजा में 14 हजार 988, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 5838, बस्तर में 13 हजार, कोरबा में 18 हजार 074, बीजापुर में 2603, सुकमा में 2233 और नारायणपुर में 886 किशोरों को टीकाकरण की शुरूआत के पहले चार दिनों में दी गई है।

बुजुर्गों के बूस्टर डोज की तैयारी

इस बीच स्वास्थ्य विभाग बुजुर्गों, स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके का बूस्टर डोज देने की तैयारी में है। इसकी शुरुआत 10 जनवरी से हो रही है। बताया जा रहा है कि पंजीयन के लिए ऑनलाइन और ऑनसाइट दोनों तरह की व्यवस्था मौजूद रहेगी। बूस्टर डोज के तौर पर पहले लग चुकी वैक्सीन की एक अतिरिक्त डोज लगाई जाएगी। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 10 जनवरी से 60 साल से ऊपर के बीमार बुजुर्गों, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रिकॉशन डोज यानी वैक्सीन की तीसरी खुराक देने की शुरुआत होगी। 

22 बीमारियों की लिस्ट जारी 

प्रिकॉशन डोज 60 साल से अधिक उम्र के केवल उन्हीं लोगों को लगाया जाना है, जो कोमॉर्बिडिटी (एक से अधिक बीमारियों) से पीड़ित हैं। सरकार ने कोमॉर्बिडिटी के तहत आने वाली 22 बीमारियों की लिस्ट जारी की है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने स्पष्ट किया है कि कोमॉर्बिडिटी वाले 60 साल और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को प्रिकॉशन डोज लेने के लिए डॉक्टर से कोई सर्टिफिकेट देने/प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि ऐसे लोगों को प्रिकॉशन डोज लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने को कहा गया है।

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