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स्कूल छोड़ जीवन बीमा करने में व्यस्त रहते हैं ये शिक्षक, गणतंत्र दिवस पर हुआ सम्मान !

आनंदराम साहू 

महासमुंद। हजारों रुपये वेतन मिलने के बावजूद शिक्षकीय दायित्व नहीं निभाने वाले कतिपय शिक्षकों की वजह से महकमा बदनाम हो रहा है। कुछ शिक्षक तो अब सारी हदें पार कर चुके हैं। राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर भी स्कूल नहीं गए।  भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय के समारोह में पहुंचे। इतना ही नहीं वहां जमकर भाषणबाजी भी किया। हद तो यह भी है कि पत्नी के नाम पर बीमा एजेंट का काम करने और लाखों रुपये कमीशन लेने वाले एक शासकीय सेवक को सार्वजनिक रूप से खुलेआम सम्मान भी दिया गया। 

बीमा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रशस्ति पत्र और मैडल देकर स!म्मानित किया गया। इसका फोटो वायरल होने के बाद इस संबंध में 'मीडिया24मीडिया' द्वारा सवाल करने पर एलआईसी के शाखा प्रबंधक बगलें झांकने लगे हैं। यह न केवल शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली बल्कि एलआईसी प्रबंधन को भी कटघरे में खड़ी करने वाला कृत्य है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार व्याख्याता (एलबी) हेमंत डड़सेना शासकीय बालक आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासमुंद में पदस्थ हैं। स्कूल समय में घूम-घूमकर बीमा व्यवसाय करना उनके दिनचर्या का हिस्सा है। बच्चों को नहीं पढ़ाने की शिकायत पर उन्हें बिरकोनी हाई स्कूल से हटाकर जिला मुख्यालय में पदस्थ किया गया। पत्नी शोभा डडसेना के नाम पर जीवन बीमा निगम में एजेंट का काम करते हैं। इसके लिए स्कूल छोड़ कर अक्सर एलआईसी ऑफिस में दिखते हैं। सीसीटीवी कैमरे से भी इसकी पुष्टि हुई है। 

सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का....

बताया जाता है कि हर महीने करीब दो लाख रुपये कमीशन एलआईसी से बीमा व्यवसाय के एवज में मिलता है। इसमें से मोटी रकम शिक्षा विभाग के अफसरों को भी दिया जाता है, ऐसी अपुष्ट जानकारी है। इस वजह से सबकुछ जानते हुए भी अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। खुलेआम संरक्षण दिया जा रहा है। अक्सर विद्यालय से अनुपस्थित रहना और दिनभर जीवन बीमा का काम करना इनके दिनचर्या का हिस्सा है। ज्यादातर समय जीवन बीमा कार्यलय में देखा जा सकता है। शासकीय सेवक होकर जीवन बीमा का काम करते हुए अनुचित ढंग से दोहरा लाभ ले रहे हैं। बावजूद, इस पर कार्यवाही करने के बजाय सार्वजनिक तौर पर सम्मानित करने से यह स्वप्रमाणित हो चुका है कि सैंया भये कोतवाल तब डर काहे का।

सोशल मीडिया में वायरल इस फोटो में लाल कुर्ता, सफेद पैजामा और काला जैकेट पहने हुए सख्श की पहचान हेमंत डड़सेना के रूप में की गई है। जिन्हें एलआईसी के शाखा प्रबंधक वासुदेव पंसारी मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर बाकायदा सम्मानित कर रहे हैं। इस मामले की शिकायत कलेक्टर और उच्चाधिकारियों से भी की गई है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी है कि दोहरा लाभ अर्जित कर सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन करने वाले पर क्या कार्रवाई की जाती है?

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