Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

रोड रोलर की चपेट में आने से पुलिसकर्मी की मौत, 2 घायल

छत्तीसगढ़ हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रदेश में किसी न किसी दुर्घटना की खबर रोजाना सामने आ रही है। ताजा मामला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले का है, जहां एक रोड रोलर की चपेट में आने से पुलिसकर्मी की मौत हो गई है। इससे पहले रोड रोलर ने पूर्व सरपंच और पाइंट ड्यूटी में तैनात आरक्षक को भी टक्कर मारी, जिससे दोनों घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक रोलर उसका नियमित ड्राइवर नहीं हेल्पर चला रहा था।

मृतक कोमल जंघेल जिला पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर पदस्थ था, जिसकी ड्यूटी पुलिस लाइन में लगी थी। शनिवार दोपहर कोमल अपने निजी काम से फोटो कॉपी कराने के लिए गौरेला मेन रोड दुर्गावती चौक की तरफ गया था। वो चौक में खड़ा था। इसी समय मरवाही क्षेत्र के लोहारी का रहने वाला पूर्व सरपंच रोहित परस्ते भी वहां खड़ा था। आरक्षक प्रवेश जायसवाल भी चौक में पाइंट ड्यूटी पर तैनात था। तभी अचानक एक बेकाबू रोड रोलर वहां पहुंचा। रोलर की रफ्तार बहुत तेज थी और इसे चला रहा युवक इसे नियंत्रित नहीं कर पा रहा था। सबसे पहले अनियंत्रित रोड रोलर ने पूर्व सरपंच रोहित को चपेट में लिया, जिससे उसका पैर टूट गया। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही चालक ने आरक्षक कोमल के ऊपर रोलर चढ़ा दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद रोलर ने वहीं खड़े दूसरे आरक्षक को भी टक्कर मारी। वो भी घायल हुआ है। इसके बाद रोलर एक खंभे से टकराकर रुक गया। 

पूर्व सरपंच अस्पताल में भर्ती

हादसे के बाद वहां मौजूद लोगों ने रोलर चला रहे कुंदरू यादव को पकड़ लिया। उसने बताया कि वो सड़क निर्माण साइट से रोलर लेकर निकला था। नियमित ड्राइवर के नहीं आने के कारण वो रोलर चला रहा था। जबकि वो हेल्पर का काम करता है। इसके बाद पुलिस यहां पहुंची और उसने कुंदरू को हिरासत में ले लिया। TI युवराज तिवारी ने बताया कि कांग्रेस नेता कन्हैयालाल अग्रवाल का बेटा नवीन अग्रवाल ठेकेदारी करता है। उसका काम जिले में चल रहा है। मेन रोड में भारी वाहन प्रतिबंधित होने के बाद भी चालक रोड रोलर को लेकर मेनरोड पहुंच गया। वो तेज गति से भी इसे चला रहा था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। घायल पूर्व सरपंच को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 ड्यूटी पर तैनात आरक्षक भी घायल

अनियंत्रित रोड रोलर से पाइंट ड्यूटी में तैनात आरक्षक प्रवेश जायसवाल भी घायल हुआ है। इस दौरान रोड रोलर खंभे को टक्कर मारते हुए रूक गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। रोड रोलर मुख्य मार्ग में ही आगे बढ़ता तो कई लोग हादसे के शिकार हो सकते थे। 

मौत के मामले में 11वें नंबर पर छत्तीसगढ़

इस साल नवंबर में सड़क दुर्घटनाओं (Road accidents) में 408 लोगों की मौत और 884 लोग घायल हुए है। प्रदेश में 11 महीनों में 10 हजार 126 सड़क दुर्घटनाओं में 395 लोगों की मौत हुई और 9 हजार 270 लोग घायल हुए है। वहीं सड़क हादसे से होने वाली मौत के मामले में छत्तीसगढ़ देश भर में 11 वें नंबर पर पहुंच गया है।

सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या

सड़क हादसों (Road Accident in Chhattisgarh) में मौत के मामले में छत्तीसगढ़ के आंकड़ों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 में करीब 14 हजार सड़क हादसों में 4 हजार 556 लोगों ने अपनी जान गवांई है। इसमें करीब 3 हजार 200 मृतक ऐसे हैं, जो दो पहिया वाहनों में थे।

इन जिलों में आई मृत्यु दर में कमी

आंकड़ों के मुताबिक रायपुर, गरियाबंद, मुंगेली, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में हादसों में मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है,जबकि बाकी जिलों में मृत्यु दर में कमी आई है। प्रदेशभर के सड़क हादसों के रिपोर्ट के मुताबिक 67% दोपहिया वाहन सवारों की मौत हुई है। दोपहिया वाहन सवार 2359 लोग हादसे के शिकार हुए, जिनमें 2361 की मौत हो गई। इनमें से 2257 की मौत हेलमेट नहीं पहनने से हुई है। इस साल दस महीने में 9097 सड़क हादसे हुए हैं । इसमें 3543 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 8388 लोग घायल हुए हैं।

सबसे ज्यादा युवा हो रहे हादसे का शिकार

बता दें कि 40 प्रतिशत सड़क दुर्घटना फ्लाई ओवर के आस-पास होता हैं। इसके बाद सबसे ज्यादा हादसा क्रॉसिंग पर होता है, आंकड़ों के मुताबिक क्रॉसिंग पर होने वाले सड़क हादसों का प्रतिशत 30 है। इनमें सबसे ज्यादा हादसों के शिकार बाइक सवार और पैदल यात्री होते है। वहीं हादसों के शिकार होने वाले लोगों में ज्यादातर लोग युवा हैं।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.