कोरोना टीकाकरण का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए देश में तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। इस अभियान के तहत 50 फीसदी से ज्यादा लोग पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं। यानी वे कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को बताया कि ये गर्व का क्षण है कि 50 फीसदी से ज्यादा योग्य आबादी अब पूरी तरह वैक्सीनेट है। उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जीतेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोविड-19 वैक्सीन की 127 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी है। इनमें 79.90 करोड़ लोगों को कम से कम एक डोज और 47.71 करोड़ लोगों को दोनों डोज लगाई जा चुकी है। शनिवार को देश भर में 1.04 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई गई। इसमें दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या 75.12 लाख है। इससे पहले भी कई बार एक दिन में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 1 करोड़ के पार पहुंचा है।
हम होंगे कामयाब ✌🏼Congratulations India 🇮🇳It is a moment of great pride as over 50% of the eligible population are now fully vaccinated 💉We will win the battle against COVID-19 together ✌🏼#HarGharDastak #SabkoMuftVaccine pic.twitter.com/q4evljMChk— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 5, 2021
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इससे पहले ट्वीट किया था कि 'भारत में शनिवार को कोविड-19 के एक करोड़ टीके लगाए गए। हर घर दस्तक अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान नई ऊंचाइयों को छू रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है।'
50 फीसदी वयस्कों को दोनों डोज
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक नवंबर महीने में प्रति दिन औसतन टीके की 59.32 लाख डोज लगाई जा रही थीं। जबकि मई में प्रति दिन औसतन 19.69 लाख डोज लगाई जा रही थी। अधिकारियों ने बताया कि भारत की आबादी के करीब 84.8 फीसदी वयस्कों को कोरोना टीके की पहली डोज लगाई जा चुकी है। जबकि 50 फीसदी वयस्कों को दूसरी खुराक भी लग गई है।
राज्यों के पास वैक्सीन उपलब्ध
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक केंद्र सरकार ने अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को वैक्सीन की 138 करोड़ से ज्यादा डोज उपलब्ध कराई है। इसमें 21.13 करोड़ से ज्यादा अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल हुई डोज शामिल हैं, जिन्हें लगाया जाना है। देश में कोविड-19 टीकाकरण 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स को प्राथमिकता दी गई। इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण दो फरवरी से शुरू हुआ था।
चरण-दर-चरण शुरू हुई वैक्सीनेशन
वैक्सीनेशन का अगला चरण एक मार्च से 60 साल से ज्यादा आयु के लोगों और 45 साल और उससे ज्यादा आयु के बीमार लोगों के लिए शुरू किया गया। इसके बाद एक अप्रैल से 45 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया गया और एक महीने के बाद एक मई से 18 साल या उससे ऊपर के सभी लोगों के वैक्सीनेशन की शुरूआत की गई।
छत्तीसगढ़ में भी आधी आबादी को लगे दोनों डोज
छत्तीसगढ़ में भी टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की आधी आबादी को कोरोना से बचाव के लिए दोनों टीके लगाए जा चुके हैं। प्रदेश में अब तक 99 लाख 67 हजार 184 नागरिकों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। वहीं एक करोड़ 79 लाख 30 हजार 288 लोगों को पहला टीका लगाया जा चुका है। राज्य की 91 प्रतिशत आबादी को पहला टीका लग चुका है। प्रदेश के एक करोड़ 96 लाख 51 हजार नागरिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीका लगाया जाना है। पहली और दूसरी दोनों खुराकों को मिलाकर प्रदेश में 4 दिसंबर तक दो करोड़ 78 लाख 97 हजार 472 टीके लगाए जा चुके हैं। राज्य में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी की शुरूआत के बाद खरीदी केंद्रों में भी कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है।
बसना बना 100% टीका लगाने वाला दूसरा विकासखंड
वहीं महासमुंद के बसना विकासखंड में दूसरे चरण के अंतिम पात्र हितग्राही को 5 दिसंबर को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई। इसके बाद बसना शत-प्रतिशत टीकाकरण करने वाला जिले का दूसरा विकासखंड बन गया। इससे पहले सरायपाली विकासखंड पात्र हितग्राहियों को दोनों टीका लगाने वाला पहला विकासखंड बना था। जिले के सभी पात्र लोगों को पहली डोज लगाई जा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग ने दी जानकारी
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बसना विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में एक लाख 20 हजार 391 पात्र हितग्राहियों को कोविड का दूसरा डोज लगाने का लक्ष्य था। इनमें 953 हेल्थ वर्कर, 491 फ्रंट लाइन वर्कर, 18 से 44 आयु वर्ग के 60, 010 पात्र हितग्राही, 45 साल से 59 आयु वर्ग के 35,578 पात्र लोगों और 60 साल से ज्यादा आयु वर्ग के 23,619 पात्र हितग्राहियों के दूसरा डोज का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
कलेक्टर ने दी लक्ष्य पूरा करने पर बधाई
इसी तरह आने वाले कुछ ही दिनों में बागबाहरा विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्र के पात्र हितग्राहियों के दूसरे डोज का शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन किया जाएगा। इन विकासखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड टीकाकरण के लिए लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। कलेक्टर डोमन सिंह ने बसना विकासखंड में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का दूसरे चरण के टीकाकरण में लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, सहित वहां के सभी नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्य कर्मियों, मितानिनों अधिकारी- कर्मचारियों को बधाई दी है।
लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील
उन्होंने जिले के सभी पात्र नागरिकों को शत प्रतिशत टीकाकरण करवाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सामूहिक सहयोग के साथ ही इस महामारी को हराया जा सकता है। इसलिए जरूरी है कोई भी पात्र व्यक्ति वैक्सीनेशन से न छूटे। महासमुंद के शहरी और ग्रामीण इलाकों में कोरोना के कहर पर पूरी तरह काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन तेजी से चल रहा है। यहां कोविड टीकाकरण की प्रतिदिन योजना बना कर काम किया जा रहा है। सभी पात्र लोगों को दूसरे चरण का टीका प्लान मुताबिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगाया जा रहा है।
कलेक्टर हर घंटे लेते हैं रिपोर्ट
कलेक्टर डोमन सिंह प्रतिदिन टीकाकरण प्रगति की प्रत्येक घंटे रिपोर्ट ले रहे हैं। बाकी बचे ग्रामीण और नगरीय निकाय के क्षेत्रों में मोबिलाइजेशन के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार, मुनादी किया जा रहा है। जिले में पर्याप्त मात्रा में कोविड-19 का डोज सरकारी टीकाकरण केंद्रों के लिए उपलब्ध है। बता दें कि सबसे पहले महासमुंद की पहली ग्राम पंचायत जोगीडीपा बनी थी जिसमें प्रथम चरण में सौ फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन हुआ था। इसके बाद यह सिलसिला लगातार जारी है।