महासमुंद। कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। इससे विंटर में होने वाली परेशानियों की शुरुआत हो गई है। गठिया और दमा से पीड़ित मरीजों को इस समय ज्यादा दिक्कतें होती है। इसलिए अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देना चाहिए है। क्योंकि ठंड में गठिया वाले मरीज का दर्द बढ़ जाता है, इसके साथ ही दमा रोगियों को दमा का अटैक आने की आशंका भी बढ़ जाती है। मरीजों को ज्यादातर अटैक ठंड के समय ही आता है। जनस्वास्थ्य रक्षा के लिए चिकित्सा सलाह दे रहे हैं डॉ युगल चंद्राकर।
ठंडा के मौसम में हो सकती है सांस लेने में तकलीफ
खासकर रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम वाले मरीजों, सर्दी-खासी की समस्या सामने आती है। ऐसे में जो लोग बीते महीनों प मेंं कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं, उन्हें ठंडा के मौसम में सांस लेने में थोड़ी तकलीफ हो सकती है। उन्होने इसके लिए मरीजों को अपनी सेहत का अधिक ध्यान देने के साथ ही नियमित रुप से गर्म कपड़े का प्रयोग करने और ठंडे वाले स्थानों में जाने के साथ ही ठंड पेय और बासी भोजन का सेवन करने से बचने की सलाह दी है। साथ ही ठंड को हेल्दी सीजन समझ कर अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही नहीं बरतने की अपील की है। चिकित्सा परामर्श के लिए बागबाहरा रोड स्थित सोहम मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में संपर्क किया जा सकता है।