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ओमिक्रॉन वायरस की आशंका के बीच कलेक्टर ने जांच बढ़ाने दिए निर्देश

ओमिक्रॉन वायरस संक्रमण की प्रबल आशंका के बीच बलौदाबाजार कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने सैंपल जांच और टीकाकरण की गति और तेज करने को कहा है। उन्होंने कमजोर उपलब्धि वाले ग्राम पंचायतों की पहचान कर युद्धगति से वहां टीकाकरण अभियान चलाने को कहा है। संबंधित SDM को रणनीति बनाकर जनप्रतिनिधियों और आम जनता के सहयोग से टीकाकरण के लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल जिले में प्रथम चरण का टीकाकरण 81 फीसदी और दूसरे चरण का 47 प्रतिशत हुआ है। प्रथम चरण में ही लगभग 2 लाख लोगों को टीके लगाना बचा हुआ है। 

कलेक्टर ने कहा कि इस महीने के अंत तक जिले का लक्ष्य प्रथम चरण का 90 प्रतिशत और दूसरे चरण का 60 प्रतिशत पूर्ण हो जाने चाहिए। कलेक्टर जैन जिला कार्यालय के सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में ओमिक्रॉन वायरस  संक्रमण का उचित वातावरण होता है। इसलिए सिर्फ जांच और टीका ही इसके नाश का एकमात्र उपाय है, जो कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुफ्त में लगाया जा रहा है। उन्होंने अभियान की सफलता के लिए घर-घर पहुंच कर टीका लगाने को कहा है।

कलेक्टर ने ली अधिकारियों की बैठक 

कलेक्टर ने बैठक में अफसरों से कहा कि लोक सेवा गारंटी के प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में अनिवार्य तौर से हो जाये। नहीं तो उनकी गोपनीय चरित्रावली में अंकित किया जाएगा। बैठक में अफसरों ने बताया कि पैरादान अभियान को जिले में अच्छी सफलता मिली है। अब तक 48 हजार क्विंटल पैरा का संग्रहण गौठानों के लिए हो चुका है। कलेक्टर ने इस महीने के अंत तक लगभग 60 हजार क्विंटल पैरा संग्रहण का लक्ष्य दिया है। गोधन न्याय योजना की समीक्षा में पाया गया कि जिले में सक्रिय गोठानों में से सिर्फ आधे में ही गोबर खरीदी की जा रही है। 

गोबर खरीदने की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश

उन्होंने सभी संक्रिय गोठानों में अगले तीन दिनों के भीतर गोबर खरीदने की कार्रवाई शुरू करने को कहा है। कलेक्टर ने पलारी के साराडीह धान खरीदी केंद्र के उपर से गुजरे बिजली कनेक्शन को अन्यत्र शिफ्ट करने के निर्देश बिजली विभाग को दिए हैं। धान खरीदी के साथ इनका परिवहन भी जिले में साथ-साथ चल रहा है। फिलहाल 300 वाहन धान परिवहन कार्य में लगे हुए हैं। कलेक्टर ने 100 और गाड़िया लगाने को कहा है।

सहयोग नहीं करने पर च्वॉइस सेंटर्स के लाइसेंस होंगे निरस्त: कलेक्टर

 कलेक्टर ने बैठक में बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 24-25 दिसंबर को शहरी क्षेत्रों और 27-28 दिसंबर को ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष शिविर लगाये जाएंगे। आयुष्मान कार्ड से चिन्हित बीमारी का इलाज अधिकृत अस्पतालों में निशुल्क किया जाता है। च्वॉइस सेंटर्स के जरिए शिविर में इसका निर्माण किया जाएगा। कलेक्टर ने इस कार्य में शिथिलता बरतने वाले च्वाइस सेंटर संचालकों के लाइसेंस निरस्त करने की चेतावनी भी दी है। फिलहाल जिले में सिर्फ 57 प्रतिशत लोगों के ही आयुष्मान कार्ड बन पाए हैं। बैठक में जिला पंचायत की CEO फरिहा आलम सिद्धिकी और अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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