अभनपुर। शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नवाचारी गतिविधियों के लिए इस स्कूल की खास पहचान है। छत्तीसगढ़ राज्य से नेशनल स्तर तक अपनी अलग पहचान बना चुका है शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अभनपुर। नित नए शैक्षणिक नवाचार कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिससे बच्चों में शिक्षण के प्रति रुचि बढ़ रही है। और बच्चे ऐसे कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।
वे बहुत कुछ सीखते हैं। आज 14 नवंबर को बाल दिवस है। इसके उपलक्ष्य में विद्यालय में बच्चों के लिए बाल आनंद मेला का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने अनेक व्यंजन बनाकर मेला में स्टाल लगाया। सभी ने स्वादिष्ट व्यजनों का आनंद उठाया। और सीखा कि कैसे हमारी सामाजिक व्यवस्था चलती है।
विद्यालय के नवाचारी शिक्षक हेमन्त कुमार साहू ने बताया कि साइंस रंगोली में बच्चों ने विज्ञान के अनेक कठिन अवधारणाओं को सरल तरीक़े से उकेरा। आकर्षक रंगों के माध्यम से विज्ञान को जीवंत बना दिया। किसी ने मानव नेत्र का तो मीनाक्षी एवं दामिनी डहरजी ने मानव हृदय का रंगोली बनाया। उर्वशी मार्कण्डेय और पुष्पलता ने मानव मस्तिष्क का, प्रिया चक्रधारी ने भ्रूण विकास का आकर्षक रंगोली बनाया।
दीक्षा और दामिनी ने कान की संरचना का, हनी और सोनम ने नर एवं मानव जनन तंत्र का रंगोली बनाया। सोनिया और पलक, चेतना ने अंडाशय के अनुप्रस्थ काट की रंगोली बनाया तो नंदनी साहू ने तंत्रिका कोशिका को रंगोली में उकेरा। इस प्रकार बच्चों के द्वारा अनेक रोचक रंगोली बनाया।
बच्चों के रंगोली प्रतियोगिता का अवलोकन विकासखंड शिक्षा अधिकारी एम.मिंज ,प्राचार्य रोहित कुमार साहू ,व्याख्याता पी.आर.तारक ने किया एवं बच्चों को उज़व्वल भविष्य के लिए बधाई एवं शुभकामनाए दिए।निर्णायक सुशीला मंडाई व्याख्याता ,सुमेख पटेल व्याख्याता ,कृष्ण कुमार साहू ,खेमराज कुम्भकार रहे।