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कोरोना के नए वैरिएंट की पहचान के बाद केंद्र ने राज्यों को किया आगाह, यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग पर दिया जोर

कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने कई देशों में कोहराम मचाया है। इसी बीच कोरोना के नए वैरिएंट का पता चला है, जिसके बाद भारत सरकार ने इसे लेकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आगाह किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रधान सचिव और स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने ये सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि संक्रमित पाए गए यात्रियों के नमूने तुरंत निर्दिष्ट जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशालाओं को भेजे जाएं।

स्वास्थ्य सचिव भूषण ने पत्र में कहा है कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की ओर से बताया गया है कि बोत्सवाना (3 मामले), दक्षिण अफ्रीका (6 मामले) और हांगकांग (1 मामले) में कोविड​​​​-19 के नए स्वरूप के मामले सामने आए हैं। सचिव ने कहा कि इस स्वरूप में काफी ज्यादा संख्या में फैलने की जानकारी है। वीजा पाबंदियों में हाल की ढील और अंतरराष्ट्रीय यात्रा खोलने के मद्देनजर ये देश के लिए गंभीर जनस्वास्थ्य प्रभाव वाला है। इसलिए ये अनिवार्य है कि इन देशों से आने वाले लोगों की कड़ी स्क्रीनिंग और जांच की जाए। 

नए वैरिएंट का खतरा बढ़ा

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के एक नए वैरिएंट का पता लगा है, जिससे ज्यादा तेजी से संक्रमण फैसले की आशंका है और अधिकारियों ने इससे जुड़े 22 मामलों की गुरुवार को पुष्टि की है। इंपीरियल कॉलेज लंदन के विषाणु विज्ञानी डॉ. टॉम पीकॉक ने इस हफ्ते की शुरुआत में अपने ट्विटर अकाउंट पर वायरस के नए स्वरूप का विवरण पोस्ट किया था। उसके बाद वैज्ञानिक इस स्वरूप पर गौर कर रहे हैं। हालांकि ब्रिटेन में इसे चिंता पैदा करने वाले स्वरूप की श्रेणी में अभी औपचारिक रूप से वर्गीकृत नहीं किया गया है।

नए वैरिएंट के 22 मामलों की पुष्टि

दुनिया भर के वैज्ञानिक तेजी से फैलने के संकेतों के लिए नए स्वरूप पर अब गौर करेंगे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान- नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज ने पुष्टि की है कि दक्षिण अफ्रीका में नए स्वरूप का पता चला है और जीनोम अनुक्रमण के बाद नए वायरस के 22 मामलों की पुष्टि हुई है।

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