कोरोना की दूसरी लहर भारत के लिए काफी घातक साबित हुई है। हालांकि धीरे-धीरे स्थित में सुधार हो रहा है। इसी बीच कर्नाटक के धारवाड़ में SDM कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस के 60 स्टूडेंट कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा यहां के 100 और स्टूडेंट की कोरोना रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। जिला कलेक्टर नीतीश पाटिल ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही और स्टूडेंट की रिपोर्ट के नतीजे आएंगे उसके अनुसार कार्य करने के लिए व्यवस्था की जा रही है।
सेना के 9 अफसर संक्रमित
इधर, मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। आम जनता के साथ ही अब प्रशासनिक अधिकारी भी संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। बुधवार को कोरोना संक्रमण के 13 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें 9 केस IIM में ट्रेनिंग कर रहे आर्मी ऑफिसर्स के हैं। भोपाल से इंदौर आए एक शख्स में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं 3 स्थानीय लोगों में भी कोरोना पाया गया है। बढ़ते संक्रमण के बीच इंदौर के CMHO बीएस सत्या ने लोगों से पूरी तरह से वैक्सीनेशन कराने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की भी अपील की है।
दो महीने पहले महू कैंट एरिया में 30 संक्रमित मरीज सामने आए थे। जानकारी के मुताबिक संक्रमित मरीज सैनिक थे। वे सभी ट्रेनिंग करके शहर में लौटे थे। वहीं 23 नवंबर को 7139 सैंपल लिए गए थे, जिनमें 7125 सैंपल्स नेगेटिव पाए गए थे। एक बार फिर से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित आर्मी ऑफिसर चार महीने पहले शिमला से लौटे थे। इतने दिनों बाद संक्रमण होने पर उनकी कोई भी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मानी जा रही है, लेकिन उनकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
9 आर्मी अफसर कोरोना पॉजिटिव
कोरोना की वजह से इंदौर में 21 नवंबर को 66 साल की बुजुर्ग की मौत हो गई थी। संक्रमण की वजह से अब तक इंदौर में 1393 मरीजों की जान जा चुकी है। बता दें कि 5 दिनों से राज्य में संक्रमण के मामले दो अंकों में सामने आ रहे हैं। लोगों में कोरोना गाइडलाइन का पालन करने को लेकर लापरवाही करते देखा जा रहा है। सियासी दलों के धरना-प्रदर्शन की वजह से काफी भीड़ जुटती देखी जा रही है। पीएम मोदी की रैली के दो दिन बाद 17 नवंबर को सीएम शिवराज सिंह ने सभी तरह के कोरोना प्रतिबंध हटाने का ऐलान किया था। प्रतिबंध हटते ही राज्य में रैली और धरना-प्रदर्शन बढ़ने लगे। अब कोरोना संक्रमण के आंकड़े बढ़ने लगे हैं।
11 IFS अफसर और 6 पॉजिटिव
वहीं मौसम के बदलते ही उत्तराखंड में कोरोना का ग्राफ फिर बढ़ने लगा है। देहरादून स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में मिड टर्म ट्रेनिंग में आए एक सीनियर समेत 11 IFS अफसर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। सभी को FRI परिसर स्थित हॉस्टल में आइसोलेट कर दिया गया है। अकादमी के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. एसके अवस्थी ने बताया कि 48 अधिकारियों का दल पहले लखनऊ ट्रेनिंग पर था। इसके बाद दिल्ली में ट्रेनिंग के लिए गया। दिल्ली से देहरादून जाने के दौरान सभी के सैंपल लिए गए थे, जिसमें 8 अफसर संक्रमित पाए गए। इसके बाद दून में सभी 48 की सैंपलिंग की गई और तीन अन्य के साथ संक्रमितों की संख्या 11 पहुंच गई।
परीक्षण की प्रथा को बंद करने के आदेश
गुरुवार को देहरादून के जिला मजिस्ट्रेट आर राजेश कुमार ने जानकारी दी कि 11 अफसरों के साथ ही देहरादून में तिब्बती कॉलोनी में 6 लोगों में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। एहतियात के तौर पर दोनों इलाकों को अब कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। बता दें कि 23 नवंबर को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में कोविड -19 परीक्षण में कोई कमी नहीं होगी। रावत उत्तराखंड के मुख्य सचिव द्वारा राज्य की सीमा और रेलवे स्टेशनों पर कोविड -19 के लिए पर्यटकों के परीक्षण की प्रथा को बंद करने के आदेश पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
देश में कम हो रहा कोरोना का कहर
उन्होंने यह भी कहा था कि कोरोना महामारी के समय में सावधानी बरतने की जरूरत है, इसलिए सरकार द्वारा परीक्षण में कोई कमी नहीं होगी. सरकार एक बार फिर पुनर्विचार करेगी कि हमें सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थापित परीक्षण बूथों को हटाना चाहिए या नहीं। भारत में अब कोरोना का कहर कम हो गया है। कोरोना के नए मामलों की रफ्तार घटकर 10 हजार से नीचे पहुंच गई है। हालांकि मौत का आंकड़ा अभी भी ज्यादा है।