आंध्र प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। इसी बीच बारिश के कारण अनंतपुर जिले के कादिरी कस्बे में एक पुरानी 3 मंजिला इमारत गिर गई, जिसमें 3 बच्चों और एक वृद्ध महिला समेत चार की मौत हो गई। मकान गिरने की घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को मिली तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। बता दें कि शुक्रवार को रायलसीमा के तीन जिलों और एक दक्षिणी तटीय जिले में 20 सेंटीमीटर तक भारी बारिश होने से भयंकर तबाही हुई है।
बाढ़ की घटनाओं की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। वहीं कडप्पा और चित्तूर जिलों में भीषण बाढ़ के कारण अब भी कई लोग लापता हैं। आंध्र प्रदेश सरकार के अधिकारियों के अनुसार अब भी 30 लोग लापता हैं। मुख्यमंत्री वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी ने कडप्पा, अनंतपुरामु और चित्तूर जिलों में क्षति का आकलन करने के लिए हवाई सर्वेक्षण किया। वहीं वायुसेना, SDRF और अग्निशमन विभाग के कर्मियों की ओर से राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। राज्य में भारी बारिश के कारण बने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से फोन पर बात की और स्थिति के बारे में जानकारी ली। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने राज्य को सभी सहायता पहुंचाने का वादा किया।Andhra Pradesh | 3 children & an aged woman died in the Kadiri town of Anantapur district after an old 3-story building collapsed due to heavy rains late at night. Rescue operation underway. Over 4 people still trapped inside the building rubble: Circle Inspector Satyababu pic.twitter.com/cFx0zBvRwx
— ANI (@ANI) November 20, 2021
कडप्पा एयरपोर्ट 25 नवंबर तक बंद
बाढ़ ने कई जगहों पर सड़कों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। वहीं इस बाढ़ की वजह से रेल, सड़क और हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है। जानकारी के मुताबिक कडप्पा एयरपोर्ट 25 नवंबर तक बंद रहेगा। बारिश की वजह से तमिलनाडु और केरल में भी व्यवधान पैदा हुआ है। केरल के पथानामथिट्टा जिले में, पंबा नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण कल पंबा और सबरीमाला की तीर्थयात्रा पर रोक लगा दी गई है।
मुआवजे का ऐलान
सरकार ने बाढ़ में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ से नेल्लोर जिला भी काफी प्रभावित हुआ है। जहां पेन्नार नदी के जलस्तर में बढोत्तरी के के कारण शनिवार को कई गांव जलमग्न हो गए। आधिकारिक ने बताया कि एसपीएस नेल्लोर जिले में हजारों लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। भारी बारिश के कारण उफनती नदियों और नहरों से कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं। भारी बारिश के कारण जनजीवन पटरी से उतर गया है।