आजरबैजान में मंगलवार को प्रशिक्षण उड़ान के दौरान एक सैन्य हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई। जबकि 2 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि देश के काकेशस क्षेत्र के पूर्व में एक ट्रेनिंग फ्लाइट प्रशिक्षण के दौरान क्रैश हो गया है। इस घटना में 14 लोगों की मौत हो गई। पूर्व सोवियत गणराज्य के फ्रंटियर गार्ड ने एक बयान में कहा कि 'राज्य सीमा सेवा के हेलीकॉप्टर दुर्घटना की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए हैं।' उन्होंने कहा कि सभी पीड़ित सैन्यकर्मी थे।
इससे पहले मंगलवार को देश की सीमा सेवा और अभियोजक जनरल ने एक संयुक्त बयान में कहा कि अजरबैजान की राज्य सीमा सेवा से संबंधित एक सैन्य हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग फ्लाइट का संचालन करते हुए खैजी क्षेत्र के गाराखेबाट हवाई क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर किस वजह से क्रैश हुआ है, इसकी जांच की जा रही है। ये घटना ऐसे समय पर हुई है, जब दो हफ्ते पहले ही अजरबैजान और पड़ोसी आर्मेनिया के बीच अपनी साझा सीमा पर सबसे खराब लड़ाई हुई। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया कि किस वजह से यह दुर्घटना हुई। दो सरकारी एजेंसियां घटना की जांच कर रही हैं। आजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव और उनकी पत्नी मेखरिबान अलीयेवा ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
बीते साल हुआ भयंकर युद्ध
ये लड़ाई पिछले साल नागोर्नो-कराबाख क्षेत्र में युद्ध के बाद हुई है. पिछले साल छह हफ्ते चले युद्ध में 6500 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। ये युद्ध नवंबर 2020 में जाकर खत्म हुआ था। रूस ने अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच युद्धविराम करवाया। इस सौदे ने आर्मेनिया को उस क्षेत्र को सौंप दिया, जिसे उसने दशकों तक नियंत्रित किया था।
दोनों पक्षों के बीच तनाव
16 नवंबर को हुई लड़ाई में 6 आर्मेनियाई और 7 अजरबैजानी सैनिक मारे गए। इससे दोनों पक्षों के बीच तनाव खासा बढ़ गया था। उसी दिन रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने एक संघर्ष विराम पर बातचीत की थी। अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच तनाव मई से ही तनाव बढ़ा हुआ है। आर्मेनिया ने कहा कि अजरबैजान की सेना ने दोनों देशों द्वारा साझा की गई झील की घेराबंदी करने के लिए दक्षिणी सीमा पार कर ली।