देश में दुष्कर्म की घटना लगातार बढ़ती (incidence of rape cases in india) ही जा रही है। रोजाना देश के अलग-अलग राज्यों से दुष्कर्म की खबरें सामने आ रही है। ताजा मामला मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल का है, जहां एक शिक्षक ने 10 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला बैरसिया थाना क्षेत्र का है। बच्ची 5वीं कक्षा की छात्रा है। जानकारी के मुताबिक बैरसिया इलाके में रहने वाली पीड़ित बच्ची के घर के पास सरकारी स्कूल का टीचर (उम्र 50) प्रेम सिंह दांगी रहता है। दांगी यहां अपने खेत पर ही रहता है। उसके घर से खेत तक ट्यूबवेल की पाइप लाइन बिछी है। इस पाइप लाइन से पड़ोसी भी पानी लेते हैं। दुष्कर्म की घटना के दिन 3 मार्च को बच्ची भी उसके घर से पानी लेने गई थी। इस दौरान मौका पाकर शिक्षक ने उसके साथ दुष्कर्म किया। बताया जा रहा है कि इसके बाद बच्ची ने डर के मारे उसके घर जाना छोड़ दिया।
मां की शिकायत पर आरोपी गिरफ्तार
वहीं आरोपी ने चाल चलते हुए ज्यादा पानी का लालच देकर उसे घर आने के लिए मना लिया। पीड़िता के परिजन ने पुलिस को बताया कि 9 सितंबर को बच्ची फिर दांगी के घर पानी भरने गई, जहां आरोपी उसे मौका पाकर बाथरूम ले गया और दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद बच्ची दर्द से परेशान हो गई और उदास रहने लगी। उसे ब्लीडिंग होने लगी थी। उसकी ब्लीडिंग को मां ने पीरियड समझा, लेकिन जब तकलीफ बढ़ गई तो मां ने फिर कारण पूछा। बच्ची ने दर्द से परेशान होकर सब सच-सच बता दिया। मां तुरंत मासूम को लेकर बैरसिया थाने पहुंची और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक को तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले
बता दें कि देश में दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से जारी किए आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2019 में हर दिन बलात्कार के 88 मामले दर्ज किए गए। साल 2019 में देश में बलात्कार के कुल 32 हजार 033 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 11 फीसदी पीड़ित दलित समुदाय से हैं। NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले राजस्थान और उत्तर प्रदेश से दर्ज हुए। 2019 में राजस्थान में करीब 6,000 और उत्तर प्रदेश में 3,065 बलात्कार के मामले सामने आए। NCRB के आंकड़ों से पता चलता है कि बीते 10 सालों में महिलाओं के बलात्कार का खतरा 44 फीसदी तक बढ़ गया है।