देवों की नगरी उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी है। इस बार माउंट त्रिशूल पर एवलांच मतलब हिमस्खलन की चपेट में आने से नौसेना के 4 अधिकारियों की मौत हो गई है। चारों अधिकारियों के शव को 24 घंटे से भी ज्यादा समय तक चले सर्च मिशन के बाद बर्फ से निकाला गया।
शुक्रवार को आए बर्फीले तूफान में अभी भी नौसेना के अधिकारी और एक शेरपा लापता हैं। भारतीय नौसेना के मुताबिक, जिन अधिकारियों के शव मिले हैं उनमें लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और मास्टर चीफ पैटी ऑफिसर (MCPO) हरी ओम शामिल हैं।
घटना को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि 'त्रिशूल पर्वत पर भारतीय नौसेना के पर्वतारोहण अभियान का हिस्सा रहे चार नौसेना कर्मियों की दुखद मौत से गहरा दुख हुआ। इस त्रासदी में राष्ट्र ने न केवल अनमोल युवा बल्कि साहसी सैनिकों को भी खोया है।'
Deeply anguished by the tragic death of four Navy personnel who were part of the Indian Navy mountaineering expedition to Mt. Trishul. The nation has not only lost precious young lives but also courageous soldiers in this tragedy.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 2, 2021
My heart goes out to the bereaved families of Lt Cdr Rajnikant Yadav, Lt Cdr Yogesh Tiwari, Lt Cdr Anant Kukreti and Hari Om MCPO II. My thoughts are with their families in this hour of tragedy. Praying for early locating of the remaining team members.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 2, 2021
सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी
नौसेना के पांच अधिकारी तो सुरक्षित बच गए थे, लेकिन बाकी पांच अधिकारी और एक शेरपा फंस गए थे। हिमस्खलन की चपेट में आने के तुरंत बाद ही थलसेना, वायुसेना और उत्तराखंड के स्टेट डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स (SDRF) ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था। बता दें कि बीते महीने यानी 3 सितंबर को नौसेना के 20 अधिकारियों और नौसैनिकों ने मुंबई से पर्वतरोहण की शुरूआत की थी। माउंट त्रिशूल की चढ़ाई के आखिरी दौर में सिर्फ 10 अधिकारी ही पहुंच पाए थे। नौसेना के मुताबिक लापता अधिकारी और शेरपा के लिए सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी रहेगा।