संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में लोग रिकॉर्ड संख्या में नौकरी छोड़ रहे हैं। अमेरिकी श्रम विभाग के जॉब ओपनिंग और लेबर टर्नओवर सर्वे के मुताबिक अगस्त में नौकरी छोड़ने वाले अमेरिकियों की संख्या बढ़कर 43 लाख हो गई। ये अमेरिका में काम करने वाले सभी कर्मचारियों का 2.9 प्रतिशत है, जिससे पता चलता है कि रिकॉर्ड स्तर पर लोगों ने इस्तीफा दिया है। इससे पहले अप्रैल में 40 लाख और मई में 36 लाख लोगों ने नौकरी छोड़ी थी।
इस बीच अगस्त में अमेरिका में नई नौकरियों की संख्या थोड़ी गिरकर 10.4 लाख हो गई, लेकिन ऐसा जुलाई से ही देखने को मिल रहा है। अमेरिका में बड़े स्तर पर लोगों के नौकरी छोड़ने से पता चलता है कि ये नौकरी की संभावनाओं को लेकर कितना आश्वस्त महसूस करते हैं। आंकड़ों की गहराई से जांच करने पर ये भी पता चला कि लोग कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट को लेकर भी डरे हुए हैं।
सबसे ज्यादा ये सेक्टर हुए प्रभावित
इससे सबसे ज्यादा रिटेल, हॉस्पिटैलिटी, ट्रांसपोर्टेशन, पेशेवर और बिजनेस सर्विस से जुड़े सेक्टर प्रभावित हुए हैं। आवास और खाद्य सेवा से जुड़े वो काम जहां ग्राहकों से आमना-सामना होता है, इस क्षेत्र में 892,000 लोगों में अगस्त में कोविड के बढ़ते मामलों के बीच नौकरी छोड़ी है। इससे पिछले महीने ये संख्या 157,000 थी। नौकरी छोड़ने वाले लोगों और खाली पदों की बढ़ती संख्या देश के आर्थिक सुधार में रोड़ा बनती दिख रही है। नौकरी छोड़ने की ये दर बीते दो दशक में सबसे ज्यादा बताई जा रही है।
अच्छा बोनस के बाद भी नौकरी छोड़ रहे लोग
कोरोना वायरस की पहली लहर में 2.2 करोड़ लोगों की नौकरी चली गई थी। क्योंकि लॉकडाउन के कारण कई काम धंधे ठप हो गए। बावजूद इसके अब करीब 50 लाख नौकरियां खाली पड़ी हैं और इन पर लोगों की भर्ती नहीं हो पा रही। छोटा व्यवस्याय करने वाले करीब 51 फीसदी लोगों का कहना है कि इन्होंने सितंबर में अपने यहां नौकरी निकाली थीं, लेकिन इन पदों को भरा नहीं जा सका। लोगों को आकर्षित करने के लिए कंपनियां अच्छा बोनस और ज्यादा वेतन दे रही हैं। करीब 42 फीसदी छोटे व्यवसायियों का कहना है कि इन्होंने भी बीते महीने सैलरी में इजाफा किया है।
नौकरी छोड़ने की वजह
नौकरी छोड़ने के पीछे कई वजहें हैं। कोरोना से संक्रमित होने का डर, बच्चों की देखभाल के विकल्पों की कमी और अमेरिकी सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि के तौर पर दी जा रही मदद। राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार महामारी से उभरने के लिए लोगों को सहायता दे रही है, जिसके कारण वह अपनी तनावपूर्ण नौकरी छोड़ पा रहे हैं। 1.16 करोड़ से ज्यादा लोग और उनके परिवार सरकार के सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम पर निर्भर हैं। इन्हें बोरजगारी का लाभ मिलता है। सरकार ने लाखों लोगों को कोविड रिलीफ चेक, किराया अधिस्थन और छात्र ऋण माफी भी दी है। इसके कारण उन्हें घर का खर्च चलाने में दिक्कत नहीं आ रही। इसीलिए लोग नौकरी छोड़ रहे हैं।